शीला की आखिरी चिठ्ठी से दिल्ली कांग्रेस में खलबली
नई दिल्ली, 23 जुलाई (सक्षम भारत)। दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस की दिग्गज नेता रहीं शीला दीक्षित के पंचतत्व में विलीन होने के बाद उनकी एक चिठ्ठी का खुलासा हुआ है जिसने दिल्ली प्रदेश कांग्रेस में खलबली मचा दी है। शीला दीक्षित ने यह चिठ्ठी सोनिया गांधी को लिखी थी। पूर्व मुख्यमंत्री का यह खत उनका आखिरी खत बताया जा रहा है। इस खत में शीला दीक्षित सोनिया गांधी को दिल्ली कांग्रेस की गुटबाजी के बारे में बता रही हैं। इस खत में शीला ने दिल्ली कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अजय माकन और दिल्ली कांग्रेस के प्रभारी पीसी चाको की जम कर शिकायत की है। शीला ने साफ लिखा है कि माकन पीसी चाको को बरगलाकर उल्टे सीधे फैसले करवा रहे हैं। शीला ने लिखा है कि वह प्रदेश कांग्रेस में जान फूंकने के लिए कठोर फैसले ले रही हैं पर अजय माकन और पीसी चाको बेवजह इसमें व्यवधान पैदा कर रहे हैं। उन्होंने माकन पर आरोप लगाया कि वह चाको को गुमराह कर पार्टी को नुकसान पहुंचा रहे हैं। शीला ने कहा कि वह जानबूझकर मेरे फैसलों में अड़ंगा लगा रहे हैं, क्योंकि आप से अलग चुनाव लडने का फैसला मैने लिया था। उन्होंने यह भी लिखा है कि माकन के ही कहने पर चाको लोकसभा चुनाव में आप के साथ गठबंधन के पक्ष में थे। हालांकि, शीला ने इस बात पर खुशी जताई है कि उनके इस फैसले से ही कांग्रेस दिल्ली में 3 से 2 नंबर पर आ गई। उन्होंने सोनिया से आग्रह किया कि आलाकमान निष्पक्ष होकर पूरे मामले में मेरी, चाको की और अजय माकन की भूमिका की जांच कर ले। मुझे विश्वास है कि मेरी बात सही साबित होगी। बता दें कि लोकसभा चुनाव के बाद दिल्ली कांग्रेस में सबकुछ सही नहीं चल रहा था। शीला पर चाको के अलावा दिल्ली कांग्रेस के तीन कार्यकारी अध्यक्षों ने भी मनमानी करने का आरोप लगाया था।