फिल्ममेकर संजय लीला भंसाली के दिमाग में 20 साल से है ‘बैजू बावरा’ की कहानी
मुंबई, 22 जून (ऐजेंसी/सक्षम भारत)। दूरदर्शी फिल्ममेकर संजय लीला भंसाली पूरे जुनून के साथ अपने हर प्रोजेक्ट को अंजाम देते हैं। वह अपनी बड़ी और शानदार फिल्मों के लिए भी सुपर फेमस हैं। वो एक ऐसे फिल्म भी निर्देशक हैं, जो अपनी किसी भी फिल्म को सिल्वर स्क्रीन्स पर उतारने से पहले सालों तक उसपर काम करने में यकीन रखते हैं।
अगला प्रोजेक्ट ‘बैजू बावरा’ भी पिछले दो दशकों से उनके दिमाग में है, जो आखिरकार अब साकार हो रहा है।
संजय लीला भंसाली का आखिरी प्रोजेक्ट ‘बाजीराव मस्तानी’ था। इस ऐतिहासिक फिल्म की कल्पना उन्होंने अपनी रोमांटिक क्लासिक ‘हम दिल दे चुके सनम’ के ठीक बाद की थी। अब 20 साल के बाद संजय लीला भंसाली ‘बैजू बावरा’ को जीवंत करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने इन सालों में फिल्म की हर छोटी से छोटी डिटेल पर पूरा ध्यान लगाकर काम किया है।
फिल्म से जुड़ी हर खास डिटेल को अभी सीक्रेट रखा गया है, फिर भी कहा जाता है कि भंसाली की विविध फिल्मोग्राफी में एक और आयाम जोड़ते हुए यह दो सिंगर्स के आसपास घूमने वाली एक पूरी तरह से म्यूजिकल फिल्म की शुरुआत होगी। प्रशंसक और इंडस्ट्री के अंदरूनी सूत्र समान रूप से इस फिल्म को लेकर तरह तरह के अनुमान लगाते रहे हैं।
इसके अलावा ‘बैजू बावरा’ की कास्टिंग को लेकर ऐसी अफवाहें सामने आ रही है कि फिल्म में पॉपुलर एक्टर रणवीर सिंह और आलिया भट्ट नजर आएंगे। भारतीय फिल्म मेकिंग की विरासत को संरक्षित करने के लिए एसएलबी के समर्पण ने उन्हें राज कपूर, के आसिफ, महबूब खान, वी शांताराम, गुरु दत्त और कमाल अमरोही जैसे दिग्गज निर्देशकों के बीच जगह दी है। संजय लीला भंसाली असल रूप से भारतीय फिल्म विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं, जो आत्मा को छूने वाली टाइमलेस कहानियों को एक साथ बुनते हैं।
प्रशंसक इससे जुड़ी अधिक जानकारी का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, यह साफ है कि ‘बैजू बावरा’ भारतीय सिनेमा की सबसे अहम फिल्मों में से एक होने का वादा करती है। संजय लीला भंसाली की यह परियोजना अपने कलात्मक प्रतिभा और स्टोरीटेलिंग की ताकत के साथ दर्शकों को दीवाना करने की राह पर है।