पूर्वी दिल्ली नगर निगम की बैठक में पार्किंग मुद्दे पर भिड़े भाजपा-आप के पार्षद
नई दिल्ली, 24 सितंबर (सक्षम भारत)। पूर्वी दिल्ली नगर निगम के सदन में मंगलवार को विपक्षी आम आदमी पार्टी के पार्षदों ने जमकर हंगामा किया। सत्ता पक्ष की तरफ से डेंगू को लेकर जैसे ही चर्चा शुरू हुई वैसे विपक्षी आप के पार्षदों ने पार्किंग ठेका देने में गड़बड़ी को लेकर हंगामा करना शुरू कर दिया। जोरदार हंगामे की वजह से सदन की बैठक को स्थगित कर दिया गया है।
बताया जा रहा है कि सत्ता पक्ष की तरफ से भाजपा के पार्षद दिल्ली में डेंगू की स्थिति को लेकर चर्चा कराना चाह रहे थे लेकिन आम आदमी पार्टी के पार्षदों ने पार्किंग ठेका में कथित तौर पर गड़बड़ी का मुद्दा उठाया। इस दौरान सदन में जमकर हंगामा हुआ। दोनों दलों के पार्षदों में जमकर बहसबाजी हुई।
बता दें कि पूर्वी दिल्ली नगर निगम में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के 47 पार्षद, आम आदमी पार्टी (आप) के 12 पार्षद और कांग्रेस के तीन पार्षद हैं। जबकि बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के दो पार्षद हैं। इसके अलावा सदन में 10 मनोनीत पार्षद हैं। मंगलवार को सदन में कांग्रेस के तीनों पार्षद मौजूद नहीं रहे।
इससे पहले सोमवार को उत्तरी दिल्ली नगर निगम की सदन की बैठक में हंगामा हुआ था। दिल्ली में डेंगू कम होने का श्रेय लेने की होड़ में भाजपा, कांग्रेस और आप पार्षद भिड़ गए। हंगामा करने पर आम आदमी पार्टी के सदन में मौजूद सभी पार्षदों को 15 दिन के लिए सस्पेंड कर दिया गया था। हंगामा कर रहे आप पार्षदों को मार्शलों द्वारा सदन से बाहर निकाला गया था।
सदन में हंगामा होने पर सदन की कार्यवाही दस मिनट के लिए स्थगित कर दी गई थी। जब सदन फिर से शुरू हुआ तो आप पार्षद सदन में फिर से हंगामा करने लगे। आप पार्षद मेज पर खड़े होकर नारेबाजी करने लगे और निगम कर्मचारियों से दस्तावेज भी छीन लिए और उसे फाड़ दिया था।
दरअसल दिल्ली में डेंगू कम होने का लेने श्रेय आप और भाजपा पार्षद ले रहे थे। आप के पार्षदों का कहना था कि केजरीवाल सरकार ने पिछले तीन साल में डेंगू से होने वाली बीमारियों से बचाव के लिए कई उपाय किए हैं। जबकि भाजपा पार्षदों का कहना था कि नगर निगम ने डेंगू से बचाव के लिए जागरुकता अभियान समेत कई उपाय किए हैं। इसलिए इसमें दिल्ली सरकार का कोई रोल नहीं है। इस पर सदन की बैठक में कांग्रेस पार्षदों ने कहा कि अगर दिल्ली में डेंगू कम होने का श्रेय भाजपा और आप ले रही है तो मच्छरजनित बीमारियों से हुई मौतों की जिम्मेदारी भी ले। इस पर भाजपा और आप के पार्षदों ने कांग्रेस पर पलटवार किया।