भारतीय मूल के व्यक्ति पर ब्रिटिश कंपनी ने लगाया धोखाधड़ी का आरोप
लंदन, 22 सितंबर (ऐजेंसी/सक्षम भारत)। ब्रिटेन की एक खाद्य प्रसंस्करण कंपनी ने भारतीय मूल के एक व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा किया है कि उसके अपने एक भारतीय साथी के साथ मिलकर पांच लाख पाउंड से अधिक की धोखाधड़ी की। खाद्य प्रसंस्करण कंपनी हाइन्ज ने करण चोपड़ा पर ग्राहकों के फर्जी खातों में धनराशि डालने का आरोप लगाया है और बदले में क्षतिपूर्ति के तौर पर 6,48,000 पाउंड मांगा है। संडे टेलीग्राफ के मुताबिक चोपड़ा और रोहित जैन, जो भारत स्थित सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी जेनपैक्ट में काम करता था, पर आरोप है कि उन्होंने सिस्टम में फेरबदल कर खुद भुगतान ले लिया, जबकि ये धनराशि हाइन्ज को मिलनी चाहिए। ऐसे उन्होंने कंपनी की कार्यविधि और भुगतान प्रणाली की जानकारी के जरिए किया। ब्रिटेन के उच्च न्यायालय में दाखिल दावे में आरोप लगाया गया है कि चोपड़ा को कंपनी छोड़ने के बाद भी पैसे मिलते रहे। चोपड़ा ने कंपनी में वाणिज्यिक विश्लेषक के रूप में नौकरी की। उसका काम थोक ग्राहकों के साथ सौदे कर कंपनी की बिक्री को बढ़ाना था। इसके लिए ग्राहकों को अधिक मात्रा में खरीदारी करने पर छूट भी दी जानी थी। चोपड़ा पर आरोप है कि उसने भारत में जैन के साथ मिलकर कई फर्जी कंपनियां बनाईं, ताकि धनराशि की हेराफेरी की जा सके। समाचार पत्र के मुताबिक उन्होंने कुल चार फर्जी कंपनियां बनाईं, जिन्होंने ऐसी छूट का दावा किया, जिसकी वे हकदार नहीं थीं। चोपड़ा की उम्र इस समय 30 साल है। ऐसे कोई संकेत नहीं मिले हैं कि इस हेराफेरी की जानकारी जेनपैक्ट को थी या इन दोनों की हेराफेरी में कंपनी मिलीभगत थी। चोपड़ा ने इस मामले में समाचार पत्र द्वारा पूछने पर किसी टिप्पणी से इनकार किया, हालांकि उम्मीद है कि वह अपने खिलाफ लगे आरोपों से इनकार करेंगे।