एलजी ने किया वन महोत्सव का उद्घाटन
नई दिल्ली, 05 अगस्त (सक्षम भारत)।
स्कूली बच्चों को किया पौधारोपण के लिए जागरुक
देश की राजधानी दिल्ली को हरा-भरा बनाने के मुहिम में सोमवार को उपराज्यपाल (एलजी) अनिल बैजल ने द्वारका में वन महोत्सव और रोज गार्डन का उद्घाटन किया। बता दें कि दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) ने राजधानी को प्रदूषण-मुक्त बनाने के लिए बहुत से उपाय कर रहा है। प्राधिकरण ने अपने हरित क्षेत्रों के समग्र विकास और प्रबंधन में क्षेत्रीय पार्कों, नगर वनों, जिला पार्कों, सामुदायिक पार्कों, समीपवर्ती पार्कों के रूप में खुले स्थानों के विकास के लिए किए गए सजग प्रयासों के साथ मुख्य भूमिका निभाई है। डीडीए के पास उसके अधिकार क्षेत्र के अंतर्गत लगभग 783 छोटे और बड़े पार्क व 6 जैव वैविध्य पार्क हैं। इस दौरान उपराज्यपाल का स्वागत करते हुए डीडीए के उपाध्यक्ष तरुन कपूर ने दिल्ली के धारणीय पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए बताया कि इस वर्ष प्राधिकरण दिल्ली में चार लाख देशी किस्मों का पौधारोपण करके दिल्ली के ज्यादातर क्षेत्र को ग्रीन कार्पेट के रूप में कवर करने की ओर अग्रसर है। उन्होंने बताया कि एक नई पहल के रूप में डीडीए दिल्ली के विभिन्न स्कूलों में छात्रों को पौधारोपण करने और वृक्षों को गोद लेने के लिए शामिल किया है और उनमें अपनेपन का एहसास दिलाने के लिए गोद लिए गए वृक्षों पर अपने नाम की पट्टी लगाने के लिए कहा गया है। इस संबंद्ध में इस वर्ष विद्यालयों के 200 ईको क्लबों को शामिल करने का प्रस्ताव किया गया है और रोपित किए गए पौधों के रख-रखाव और सुरक्षा के लिए प्रतिवर्ष 25000 रुपए का अनुदान दिया जाएगा। इस अभियान को सफल बनाने के लिए रेजिडेन्ट वेल्फेयर एसोसिएशन को भी शामिल किया जा रहा है। उन्होंने यह भी सूचित किया कि डीडीए ने सेक्टर-16 सी, द्वारका में रोज गार्डन, फ्रूट गार्डन और हर्बल गार्डन के लिए 11.5 एकड़ हरित क्षेत्र का विकास किया है। रोज गार्डन 6.5 एकड़ क्षेत्र में फेैला हुआ है, जिसमें गुलाब की विभिन्न प्रकार की 90 किस्में हैं। द्वारका में रोज गार्डन तैयार करने के लिए ये सभी किस्में विशेष तौर पर कोलकाता से मंगवाई गई हैं। रोज गार्डन में 24 खुशबूदार किस्में हैं । इसके अतिरिक्त, फलों की 25 किस्मों सहित 2.5 एकड़ क्षेत्रफल में फैले हुए एक फ्रूट गार्डन और औषधियों की 56 किस्मों वाले 6.00 एकड़ में फैले हुए एक हर्बल गार्डन का विकास किया जाना है।