जल शक्ति अभियान के तहत वर्षा के जल को संचित करने में दें अपना महत्वपूर्ण योगदान: देवेंद्र
कैथल, 12 सितंबर (ऐजेंसी/सक्षम भारत)।
-254 जिलों में चलाया जल शक्ति अभियान
-एक दिवसीय जिला स्तरीय पशु धन प्रदर्शनी कार्यक्रम में प्रदर्शनी आयोजित
भारत सरकार के श्रम एवं रोजगार विभाग के आर्थिक सलाहकार देवेंद्र सिंह ने पशु पालकों का आह्वान किया कि वे जल शक्ति अभियान के तहत वर्षा के जल को संचित करने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दें ताकि जल संरक्षण करते हुए भूमिगत जल के निरंतर गिरते स्तर में सुधार किया जा सके। केंद्र सरकार द्वारा शुरू किए गए जल शक्ति अभियान को सभी किसान व पशु पालक जन आंदोलन बनाकर इसे सफल बनाएं ताकि भविष्य की जरूरतों के लिए जल की उपलब्धता हो सके। देवेंद्र सिंह पूंडरी स्थित नई अनाज मंडी में उपायुक्त डा. प्रियंका सोनी के साथ पशु पालन एवं डेयरी विभाग द्वारा आयोजित एक दिवसीय जिला स्तरीय पशु धन प्रदर्शनी कार्यक्रम में प्रदर्शनी का उद्घाटन करने एवं इसके अवलोकन के उपरांत उपस्थित पशु पालकों को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। इससे पूर्व देवेंद्र सिंह ने उपायुक्त डा. प्रियंका सोनी के साथ दीप प्रज्ज्वलन से कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया तथा पशुधन प्रदर्शनी का अवलोन भी किया। देवेंद्र सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि केंद्र सरकार जल संरक्षण के प्रति गंभीर है। सरकार द्वारा जल के महत्व को समझते हुए अलग से जल शक्ति मंत्रालय का गठन किया गया है। प्रधानमंत्री द्वारा भविष्य की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए जल के अत्यधिक दोहन वाले 254 जिलों में जल शक्ति अभियान चलाया जा रहा है, जो आगामी 15 सितम्बर तक जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि इस अभियान के तहत जल संरक्षण के लिए विभिन्न 5 बिंदुओं पर ध्यान दिया जा रहा है। जिले में अभियान के तहत सभी सरकारी भवनों में रूफ टॉप रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाए जा रहे हैं तथा गांवों में भी प्रत्येग गांवों में 100-100 सोखता घड्ढे बनाए जा रहे हैं ताकि वर्षा के जल को संचित किया जा सके। जिला में अभियान के तहत परम्परागत जल स्त्रोतों का जीर्णोद्घार किया जा रहा है तथा बेकार पड़े ट्यूबवैल बोर को पुनर्जीवित किया जा रहा है। इसके अलावा प्रत्येक ग्राम पंचायत द्वारा 500-500 पौधे लगाए जा रहे हैं। वन विभाग द्वारा 1 लाख 50 हजार पौधे रोपे जा चुके हैं। उपायुक्त डा. प्रियंका सोनी ने पशु पालकों को संबोधित करते हुए कहा कि हरियाणा की अर्थव्यवस्था में पशु धन का भी उतना ही योगदान है, जितना कृषि क्षेत्र का योगदान है। इस मंडली में बलबीर शर्मा, जगदीश चंद, बलवान सिंह, जयपाल, मनोज पुरी, रवि दत्त आदि कलाकार शामिल थे। इस अवसर पर पशु धन प्रदर्शनी के नोडल अधिकारी डॉ. एनडी गोयल, डॉ. राज सिंह चहल, डॉ. थिंड, डा. देवेंद्र ढुल, डा. गुलशन, डा. सुरेंद्र नैन, डा. विकास जागलान, डा. सुरजीत सिंह कंडोला सहित विभाग के अन्य अधिकारी व कर्मचारी तथा जिला भर से पशुओं को लेकर पहुंचे पशुपालक मौजूद रहे।
विभाग द्वारा करवाया 5500 पशुओं को बीमा
विभाग के उप निदेशक डॉ. सुखदेव राठी ने सभी अतिथियों का अभिवादन करते हुए कहा कि विभाग द्वारा जिले में प्रथम बार जिला स्तरीय पशुधन प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है। इसमें जिला के पशुपालकों ने बढ-चढ कर भाग लिया है। उन्होंने कहा कि प्रदर्शनी में शामिल हुए सभी पशुओं की टैगिंग की गई है तथा बीमा भी करवाया गया है। विभाग द्वारा जिला में 5500 पशुओं का बीमा करवाया गया है तथा टीकाकरण के प्रथम चरण में मुंह खुर टीके लगाए गए हैं। विभाग द्वारा पशु पालकों को के्रडिट कार्ड दिए जा रहे हैं। भविष्य में विभाग द्वारा एप शुरू की जाएगी, जिसके माध्यम से किसान विभाग की योजनाओं व सेवाओं का लाभ अपने घरद्वार पर उठा सकेंगे। पशु पालकों को दूध उत्पादन के लिए भी प्रोत्साहित करने के लिए भी विभाग द्वारा ईनाम राशि प्रदान की जाती है। विभाग द्वारा प्रदर्शनी के मुख्यातिथि तथा विशिष्ट अतिथि को स्मृति चिन्ह भेंट किए गए। सूचना जन सम्पर्क एवं भाषा विभाग के स्थानीय कार्यालय की सांस्कृतिक मंडली में नाटक, निरीक्षक रामफल शर्मा के नेतृत्व में प्रदेश सरकार की जन कल्याणकारी नीतियों को गीतों के माध्यम से लोगों तक पहुंचाया।
विद्यार्थियों व सरपंचों को दिया जल संदेश
भारत सरकार के श्रम एवं रोजगार विभाग के आर्थिक सलाहकार देवेंद्र सिंह ने विद्यार्थियों तथा ग्राम पंचायतों के सरपंचों एवं पंचों का आह्वान किया कि वे जल के महत्व को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार द्वारा शुरू किए गए जल शक्ति अभियान के संदेश को घर-घर तक पहुंचाएं ताकि भविष्य की जरूरतों के लिए जल उपलब्ध हो सके। हमें प्रकृति के अनमोल संसाधन जल का बुद्घिमत्ता पूर्वक प्रयोग करना होगा तथा लगातार गिरते भूमिगत जल स्तर को सुधारना होगा। देवेंद्र सिंह स्थानीय राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान के ब्वायज एवं विमेन विंग तथा खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी कार्यालय परिसर में विद्यार्थियों व सरपंचों को जल शक्ति अभियान के संदर्भ में अपना संदेश दे रहे थे। उन्होंने कहा कि सरपंच अपने गांवों में जल शक्ति अभियान के संदेश को घर-घर पहुंचाकर इसे जन अभियान बनाएं। गांवों में सरकारी भवनों में वर्षा के जल को संचित करने के लिए रूफ टॉप रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम एवं सोख्ता गड्ढे बनावाएं। देवेंद्र सिंह ने खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी कार्यालय में स्थापित किए गए रूफ टॉप रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम का अवलोकन किया तथा विकास एवं पंचायत विभाग के अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए। इस अवसर पर पंचायती राज के एस.डी.ओ. विवेक गुप्ता, दोनों आई.टी.आई. के प्राचार्य रामेश्वर दास एवं रमेश चंद्र सैनी, महेश कुमार, राजबीर, संजीव कुमार, शीषपाल, बलकार सिंह, रमेश सहित अन्य स्टाफ सदस्य तथा विभिन्न ग्राम पंचायतों के सरपंच और पंच मौजूद रहे।