विश्व के लिए चुनौती बनी कोरोना महामारी?
-नरेन्द्र भारती-
-: ऐजेंसी सक्षम भारत :-
विश्व के लिए कोरोना महामारी एक बड़ी चुनौती बनता जा रहा है। वैश्विक महामारी कोरोना की दूसरी लहर तेजी से महानगरो से लेकर गांव-गांव व शहर दर शहर फैल चुकी है।भयावह तस्वीर बनती जा रही है। 2020 से समूचा विश्व कोराना महामारी का दंश झेल रहा है।चीन के बुहान शहर से निकला यह अजगर आज तक लाखों लोगों को निगल चुका है।दुनिया में कोरोना घातक स्तर पर पंहुच चुका है।महामारी की से मरने वालों की तादाद बढती ही जा रही है।तमाम देश अपने-अपने स्तर पर महामारी को रोकने के प्रयास कर रहे है।यह महामारी महानगरों से लेकर गांव तक दस्तक दे रही है।देश में हर रोज मौतों का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है।एक साल से इस महामारी की दहशत से हर जनमानस खौफ के साए में जी रहा है।बच्चों से लेकर बुजुर्ग इसकी चपेट में आते जा रहे है और अकाल ही काल के गाल मे समाते जा रहे है।इलाज करने वाले डाक्टर व स्वास्थ्य कर्मी व अन्य स्टाफ भी संक्रमित होते जा रहे है।संक्रमण के कारण डाक्टर भी मारे जा रहे है।कोराना का प्रकोप घटने के बजाए बढता ही जा रहा है।जिंदगी पटरी पर लौट रही थी मगर लापरवाही के कारण हालात खौफनाक होते जा रहे है। कश्मीर से कन्याकुमारी तक भयानक व डरावने हालात बन चुके है।वैक्सीन लगाई जा रही है।संक्रमण का आंकड़ा निरंतर बढ़ता ही जा रहा है।कोराना तबाही मचा रहा है।लापरवाही के कारण महामारी की विषवेल बढ़ती ही जा रही है।हालात बद से बदतर होते जा रहे है।लापरवाह हो चुके लोगों ने सामाजिक दूरी व मास्क छोड़ दिए है। खुलेआम घूम रहे है।कोरोना का साया कम होता नजर नहीं आ रहा है।2020 जैसे हालात बन चुके है।लारपवाहियां ही इसका मूल कारण बनता जा रहा है।पिछले साल भी अदृश्य महामारी कोरोना ने हजारों लोंगों का जीवन लील लिया था। देश में एक दिन में कोरोना के आंकडों में अप्रत्याशित वृद्वि बहुत ही खौफनाक है।संक्रमितों का आंकड़ा डरावना होता जा रहा है।कोरोना के क्रूर पंजों की चपेट में लोग लगातार आते जा रहे है।जनमानस भयभीत होता जा रहा है। देश में परिवार के परिवार संक्रमित होते जा रहे है। देश में कोरोना वायरस का संक्रमण का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है।मार्च 2020 से शुरु हुआ कोरोना तांडव कब रुकेगा यह एक यक्ष प्रशन बन गया है।कोरोना एक खौफनाक महामारी है जिससे सारा संसार त्रस्त हो चुका है।जनजीवन तहस-नहस हो चुका है।परिवार के परविार खत्म होते जा रहे है। जिंदगी ठहर गई है।कोरोना ने सबको डरा दिया है।कोरोना का काम तमाम करना होगा।पूरी दुनिया में खौफ बना हुआ है।प्रतिदिन मरीजों की संख्या में इजाफा बहुत ही चिंतनीय बनता जा रहा है।कोरोना ने हर आदमी को मुसीबत में डाल दिया है। कोरोना ने हर मानव को हिला दिया है।सावधानी बरतनी होगी।अगर लापरवाही बरती तो लम्बे समय तक घरों में ही कैद होकर रह जाओगे।हर तरफ कोरोना का कहर बरप रहा है एक दहशत का माहौल बन गया है।सड़कें सुनसान है। मातम से लोग बिलख रहे है।अपनों को खो चुके है।देश में बिगड रहे हालातों में निरंतर सुधार हो रहा है।अब तक देश में अगर लोग इसका सही पालन करेंगें तो इस युध्द केा जीतना मुश्किल नहीं है।जान है तो जहान है।इसलिए लोगों कोचाहिए कि सर्तकता बरतें। कोरोना जैसी वैश्विक महामारी ने संसार के हर देश को हिला कर रख दिया है। घरों में ही रहें और सुरक्षित रहें।भारत का कोई भी राज्य इस महामारी से अछूता नहींे रहा है। सर्तकता व संयम बरतनी होगी ताकि परिवार का हर सदस्य बचा रहे।कोराना से हर मानव को बचाव करना होगा।नियमों का सख्ती से पालन करना होगा ताकि जीवन बच सके।कोरोना ने हर आदमी में दहशत फैला दी है।कोरोना को हराना होगा।कोरोना के खिलाफ जागरुकता अभियान चलान होगा लोगों को जागरुक करना होगा।सरकारों व सामाजिक संगठनों व संस्थाओं को इसमें अपनी सहभागिता निभानी होगी।लोगों को भी इसमें भागीदारी निभानी होगी।एकजुटता से ही कोरोना पर प्रहार किया जा सकता है।वक्त अभी संभलने का है। कोराना की दूसरी लहर 15 मई तक चरम सीमा पर पुहच सकती है।आक्सीजन की कमी के कारण लोग मारे जा रहे है।कोराना की गति को रोकना होगा।टीकाकरण में तेजी लाई जाए।शिविर लगाएं जाएं पंचायत स्तर पर स्वास्थ्य केन््रदों में वैकसीन लगाई जाए। समाज के सामूहिक प्रयासों से ही कोराना की इस जंग को जीता जा सकता है।सावधनी बरते और अपना अनमोल जीवन बचाए।अगर अब भी मनमानी की तो बचना मुश्किल हो जाएगा।कोरोना के कालचक्र से बचना होगा।कोरोना काल में हर मानव को सावधान रहना होगा।कोराना हारेगा और भारत जीतेगा।