जीटीबी अस्पताल में मरीजों को परेशानी ही परेशानी
नई दिल्ली, 25 जुलाई (सक्षम भारत)।
दिल्ली सरकार के यमुनापार के सबसे बड़े अस्पतालों में शुमार जीटीबी अस्पताल में ज्यादात्तर काम काज प्रशासन की मनमर्जी से हो रहा और परचेज विभाग में धांधली का आलम ये है कि खरीद-फरोख्त जमीनी कम कागजों में ज्यादा हो रहा है। ऐसे में मरीजों को सुविधा के नाम पर परेशानी मिल रही है। अस्पताल के कर्मचारियों ने बताया कि ट्रोलियों की खरीददारी का पता चला था पर अस्पताल में कम ही दिखती है जिसके कारण मरीज ट्रोलियों के लिये इधर उधर भटकते रहते और तो ओर मरीज आपस में ट्रोलियों के लड़ते रहत है। दवाईयों का यही हाल है मरीजों को दवाईयां ना मिल पा रही है अक्सर दवा टोटा रहता है। अस्पताल में फैली धांधली और प्रशासन की मनमर्जी के खिलाफ सामाजिक कार्यकर्ता पवन कुमार दुबे ने बताया कि एक ओेर तो दिल्ली सरकार और दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन कहते है कि दिल्ली वासियो को बेहत्तर स्वास्थ्य सेवाये सरकार दे रही है। पर जीटीबी अस्पताल में मरीज बुनियादी चिकित्सा पाने के लिये भटकता है। परचेज अफसर और चिकित्सा अधिकारी ऐसे में मनमानी करने पर तुले है।