राजनैतिकशिक्षा

प्रत्याशियों पर बनने लगी सहमति

-देवदत्त दुबे-

-: ऐजेंसी/सक्षम भारत :-

अब जबकि लोकसभा चुनाव की कभी भी घोषणा हो सकती है तब राजनीतिक दल अपने प्रत्याशियों के नाम पर सहमति बनाने लगे हैं भाजपा ने पहले ही 24 प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं, शेष पांच प्रत्याशी आजकल में घोषित हो सकते हैं। वहीं कांग्रेस ने 14 सीटों पर प्रत्याशी तय कर लिए हैं शेष सीटों पर फैसला आज होने की संभावना है। दरअसल, सोमवार शाम को पहले कांग्रेस की और फिर भाजपा की बैठक दिल्ली में हुई जिसमें अन्य राज्यों के साथ-साथ मध्यप्रदेश के लोकसभा क्षेत्र में भी प्रत्याशियों के नाम पर लगभग सहमति बन गई है नाम की घोषणा आजकल में कभी भी हो सकती है। भोपाल से लेकर दिल्ली तक टिकट के दावेदार अपने-अपने संपर्कों के माध्यम से टिकट पाने की जोड़-तोड़ में जुटे रहे हैं।

कांग्रेस में जहां बड़े नेताओं पर चुनाव लड़ने का दबाव है और अधिकतर सीटों पर पूर्व मंत्री पूर्व विधायक वर्तमान विधायक प्रत्याशी हो सकते हैं और जहां बड़े नेता प्रत्याशी नहीं होंगे उनकी सिफारिश पर जो भी प्रत्याशी होगा उसको जीतने की जिम्मेदारी भी बड़े नेता को दी जाएगी। मसलन, राजगढ़ में प्रियव्रत सिंह को प्रत्याशी बनाया जाएगा तो जिताने की जिम्मेवारी दिग्विजय सिंह की रहेगी। इसी तरह यदि कमलनाथ चुनाव नहीं लड़ते हैं तो भी छिंदवाड़ा जिताने की जिम्मेवारी रहेगी।

बहरहाल, दिल्ली के कांग्रेस मुख्यालय में पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक हुई जिसमें मध्यप्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड, गुजरात समेत 6 राज्यों की लोकसभा सीटों को लेकर चर्चा हुई माना जा रहा है कि इस बैठक में 29 लोकसभा सीटों में से 14 सीटों पर पार्टी ने अपने प्रत्याशियों के नाम लगभग फाइनल कर दिए हैं। संभावना है कि मंगलवार को कांग्रेस अपनी दूसरी सूची जारी करें जिसमें मध्यप्रदेश के इन नाम का भी ऐलान हो सूत्रों की माने तो जो नाम फाइनल हो गए हैं उनमें सतना सीट से सिद्धार्थ कुशवाहा भिंड सीट से, फूल सिंह बरैया राजगढ़ सीट से, प्रियव्रत सिंह टीकमगढ़ सीट से, पंकज अहिरवार उज्जैन से, महेश परमार भोपाल से, अरुण श्रीवास्तव का नाम तय माना जा रहा है। कुछ सीटों पर पार्टी हाईकमान और प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व का मत अलग-अलग है। मसलन, सागर लोकसभा सीट पर टिकट के प्रमुख दावेदार माने जा रहे अरुणोदय चौबे के भाजपा में चले जाने के बाद अब समीकरण बदल गए हैं। पार्टी हाईकमान जहां युवा नेता भूपेंद्र सिंह मुहासा को टिकट देना चाह रहा है वहीं प्रदेश से पूर्व मंत्री प्रभु सिंह ठाकुर और गुड्डू राजा बुंदेला के नाम है। हालांकि प्रभु सिंह भूपेंद्र मुहासा के ससुर है। इस कारण यदि प्रभु सिंह के चुनाव लड़ने की इच्छा है तो भूपेंद्र मुहासा का उनके लिए समर्थन रहेगा।

पूर्व केंद्रीय मंत्री और पूर्व कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव पिछली बार विधानसभा चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ चुनाव मैदान में उतरे थे और इस बार के लोकसभा चुनाव में गुना संसदीय सीट से केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के खिलाफ अरुण यादव को चुनाव मैदान में उतारा जा सकता है। वहीं रात में भाजपा संसदीय बोर्ड की भी बैठक शुरू हुई जो समाचार लिखे जाने तक जारी है। अन्य राज्यों के साथ-साथ मध्यप्रदेश की शेष बची 5 सीटों पर भी आज भाजपा फैसला ले सकती है। धार, इंदौर, उज्जैन, बालाघाट और छिंदवाड़ा सीट पर पार्टी प्रत्याशियों के नाम से होना है और आज पार्टी की जो सूची जारी होगी। उसे मध्यप्रदेश की 5 सीटों पर भी प्रत्याशी घोषित होने की संभावना है इनमें से तीन सीटों पर पार्टी महिला प्रत्याशी मैदान में उतार सकती है।

कुल मिलाकर अब कभी भी मध्य प्रदेश की सभी 29 सीटों पर भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशियों के नाम सामने आ जाएंगे और चुनाव घोषणा होने के पहले प्रत्याशियों की घोषणा होने से चुनावी माहौल भी गरमाने लगेगा। चुनाव आयुक्त की नियुक्ति को लेकर 14 मार्च को बैठक होने जा रही है और यह भी माना जा रहा है कि 15 मार्च को लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो सकता है। प्रायः शुक्रवार के दिन चुनाव की घोषणा होती भी रही है।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *