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भारत में 2023 में विलय तथा अधिग्रहण गतिविधियों में भारी गिरावट

मुंबई, 19 जनवरी (ऐजेंसी/सक्षम भारत)। उच्च वृद्धि के बावजूद भारत में सौदों का मूल्य 2023 में आधे से अधिक घटकर 66 अरब अमेरिकी डॉलर रह गया। एक रिपोर्ट में यह बात कही गई। परामर्श कंपनी ग्रांट थॉर्नटन भारत की रिपोर्ट के अनुसार, 2023 में 1,641 सौदे हुए। यह 2022 की तुलना में 20 प्रतिशत से अधिक की गिरावट है।

कंपनी के साझेदार शांति विजेता ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजारों में तरलता की कमी, अस्थिर बाजार की स्थिति और निवेशकों के सतर्क रुख ने 2023 में सौदा गतिविधियों में बाधा उत्पन्न की।

विजेता ने कहा, ‘‘भारत का स्थिरता तथा पर्यावरणीय जिम्मेदारी पर जोर उसे वैश्विक अर्थव्यवस्था में अवसरों के लिए एक आकर्षक केंद्र के रूप में स्थापित करता है। इसलिए हमें सबसे पहले मुद्रा की ताकत और वैश्विक अस्थिरता जैसी चुनौतियों पर काबू पाना होगा।”

रिपोर्ट के अनुसार, 494 लेनदेन में विलय तथा अधिग्रहण (एम एंड ए) सौदे का मूल्य 72 प्रतिशत गिरकर 25.2 अरब अमेरिकी डॉलर रहा।

घरेलू कंपनियों का विदेश में विलय तथा अधिग्रहण 3.2 अरब अमेरिकी डॉलर रहा, जबकि 2022 में समान अवधि में यह 17.9 अरब अमेरिकी डॉलर था।

रिपोर्ट में कहा गया कि सबसे बड़ा लेन-देन रियल एस्टेट क्षेत्र में सुरक्षा समूह द्वारा 2.5 अरब अमेरिकी डॉलर में जेपी का अधिग्रहण था। सबसे बड़ा सौदा टेमासेक होल्डिंग्स का मणिपाल हेल्थ एंटरप्राइजेज में दो अरब अमेरिकी डॉलर का निवेश था।

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