आयुष्मान योजना में धोखाधड़ी में शामिल पाये गये अस्पतालों के नाम सार्वजनिक किये जाएंगे: हर्षवर्धन
नई दिल्ली, 17 सितंबर (ऐजेंसी/सक्षम भारत)। केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन ने मंगलवार को कहा कि आयुष्मान भारत स्वास्थ्य बीमा योजना में किसी भी तरह का फर्जीवाड़ा करने वाले अस्पतालों के नाम योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर डाल दिये जाएंगे। हर्षवर्धन ने कहा कि धोखाधड़ी के करीब 1200 मामलों की पुष्टि हुई है और 338 अस्पतालों के खिलाफ कार्रवाई की गयी है। उन्होंने कहा कि सरकार भ्रष्टाचार को कतई बर्दाश्त नहीं करेगी। स्वास्थ्य मंत्री ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा, किसी तरह के फर्जीवाड़े में शामिल पाये गये ऐसे अस्पतालों को न केवल पैनल से हटाया जाएगा, बल्कि उनके नाम प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (आयुष्मान भारत) की आधिकारिक वेबसाइट पर डाल दिये जाएंगे और सार्वजनिक कर दिये जाएंगे। राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (एनएचए) के सीईओ इंदु भूषण ने कहा कि आयुष्मान भारत के तहत स्वास्थ्य बीमा प्रदाताओं के नाम सार्वजनिक करने का फैसला आईआरडीएआई के साथ समन्वय से लिया गया है ताकि उन्हें गलत गतिविधियों में लिप्त रहने से रोका जा सके। भूषण ने कहा, हम ऐसे गलत काम करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर रहे हैं और कुछ मामलों में आपराधिक वाद तथा प्राथमिकियां दर्ज की गयी हैं। हर्षवर्धन ने कहा कि फिलहाल 376 अस्पताल जांच के दायरे में हैं। वहीं, एनएचए ने 338 अस्पतालों के खिलाफ कारण बताओ नोटिस जारी करने, निलंबित करने, जुर्माना लगाने और पैनल से हटाने के मामले में कार्रवाई की है। उन्होंने बताया कि 97 अस्पतालों को योजना के पैनल से हटा दिया गया है वहीं छह अस्पतालों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है। कुल 1.5 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया है और करीब 1200 मामलों की पुष्टि हुई है। हर्षवर्धन ने कहा, हमने धोखाधड़ी के इन सभी मामलों की पहचान सूचना प्रौद्योगिकी वाली मजबूत धोखाधड़ी रोधी पहचान प्रणाली से की है। हमारा संदेश बिल्कुल साफ है कि पूरी योजना में मामूली से मामूली धोखाधड़ी के मामले को भी सहन नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार की महत्वाकांक्षी आयुष्मान भारत योजना 23 सितंबर को एक साल पूरा करेगी और 15 से 30 सितंबर के पक्ष को आयुष्मान भारत पखवाड़ा के रूप में मनाया जाएगा। इस अवसर पर 29-30 सितंबर को ज्ञान संगम नामक राष्ट्रीय समारोह आयोजित किया जाएगा जिसमें प्रधानमंत्री बीमा योजना की प्रगति का जायजा लेंगे।