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जमैका के साथ तकनीकी कौशल, विशेषज्ञता साझा करने को भारत तैयार : राष्ट्रपति कोविंद

किंग्सटन/नई दिल्ली, 18 मई (ऐजेंसी/सक्षम भारत)। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि भारत, जमैका के साथ साझेदारी करने और अपने तकनीकी कौशल, ज्ञान तथा विशेषज्ञता को साझा करने के लिए तैयार है, जिससे कैरेबियाई देश में शिक्षा और व्यापार के क्षेत्र में बदलाव लाया जा सके। उन्होंने यह उम्मीद भी जतायी कि दोनों राष्ट्रों के बीच परस्पर सहयोग लाभकारी साबित होगा।

जमैका की संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए मंगलवार को कोविंद ने कहा, ‘‘भारत से 15 हजार किलोमीटर दूर, मैं आपके समक्ष घर जैसा महसूस कर रहा हूं और ऐसा महसूस क्यों ना करूं, जब भारतीय वंश के कई प्रतिष्ठित लोग इस सदन के सदस्य हैं।’’ उन्होंने कहा कि जमैका ने भारतीयों का पूरे दिल से स्वागत किया है और उन्हें काफी सम्मान भी दिया है। यह इसी का परिणाम है कि केवल राजनीति में ही नहीं, बल्कि व्यापार, संगीत, खेल, परिधान और खानपान में भी यहां भारत की समृद्ध उपस्थिति नजर आती है।

राष्ट्रपति ने कहा कि दुनिया की कुछ सबसे बड़ी वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं के आसपास जमैका की रणनीतिक मौजूदगी और अंग्रेजी बोलने वाले यहां के युवाओं के प्रतिभाशाली समूह, इसे ज्ञान का एक बड़ा सागर बनने व चौथी औद्योगिक क्रांति का लाभ उठाने का एक उत्कृष्ट अवसर प्रदान करते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘भारत, जमैका के ‘विजन 2030’ के तहत अपने लोगों को सशक्त बनाने और एक समृद्ध तथा टिकाऊ अर्थव्यवस्था के रूप में सुरक्षित, एकजुट और न्यायपूर्ण समाज सुनिश्चित करने के उसके लक्ष्यों के साथ है।’’

राष्ट्रपति कोविंद ने कहा, ‘‘जमैका के साथ साझेदारी करने और अपने तकनीकी कौशल, ज्ञान तथा विशेषज्ञता को साझा करने के लिए भारत तैयार है, जो जमैका के शिक्षा और व्यापार के क्षेत्र में बदलाव ला सकता है।’’ उन्होंने कहा कि पर्याप्त प्राकृतिक संसाधनों, रणनीतिक रूस से महत्वपूर्ण क्षेत्र, युवा आबादी और गतिशील नेतृत्व के साथ जमैका और भी अधिक आर्थिक सफलता हासिल करने को तैयार है। उन्होंने कहा कि ‘कैरेबियन कम्युनिटी एंड कॉमन मार्केट’ क्षेत्र में जमैका का नेतृत्व, अंतरराष्ट्रीय नियमों का पालन करना और अधिक जिम्मेदारी निभाने की इसकी इच्छा इसे अन्य देशों के लिए पसंदीदा भागीदार बनाती है।

राष्ट्रपति ने कहा कि 2020 में जारी राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत भारत विदेशों में नए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान शुरू करने की योजना बना रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे खुशी है कि भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान की स्थापना करने की रुचि व्यक्त करने वाले पहले देशों में से जमैका एक था।’’ कोविंद ने कहा, ‘‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत विदेशी छात्रों के लिए प्रमुख भारतीय कॉलेजों तथा विश्वविद्यालयों में विशेष तकनीकी पाठ्यक्रम भी शुरू किए गए हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘जमैका के छात्रों को विश्व स्तर पर प्रसिद्ध कुछ बड़े संस्थानों में अध्ययन करने के इस अवसर का फायदा उठाना चाहिए, जिसमें पश्चिमी संस्थानों की तुलना में पढ़ने का खर्च बेहद कम आता है।’’ राष्ट्रपति ने कहा कि भारत और जमैका पहले से ही कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन के तहत सहयोग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत का दृष्टिकोण ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास’ है और यह विकास का ऐसा समग्र ‘मॉडल’ है, जिसमें प्रत्येक नागरिक को शामिल करने की अवधारणा है।

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