हरि सिंह अखाड़े के खिलाड़ी पहलवानों को 6 माह से नहीं मिला खेल विभाग से मैट व जीम का समान कोच व खिलाड़ी विभाग के कार्यालय के चक्कर काटने पर मजबूर और भारी रोष
कैथल, 22 अगस्त (ऐजेंसी सक्षम भारत)। एक तरफ प्रदेश सरकार खेलों को बढ़ावा देने व खिलाडियों के अंदर छीपी प्रतिभा उजागर करने के लिए खेल नीति लागू कर खिलाडियों की हर संभव सहायता कर रही है, जबकि दूसरी तरफ हरि सिंह अखाड़े के खिलाड़ी पहलवानों में इस बात को लेकर भारी रोष है कि कई बार खेल विभाग में खेलों का समान उपलब्ध करवाने के लिए आवेदन करने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। सिर्फ और सिर्फ खेल विभाग द्वारा पिछले 6 माह से खेलों के समान उपलब्ध करवाने के नाम पर कोरे आश्वासनों व चक्कर काटने के अलावा कुछ नहीं मिला है। हरि सिंह अखाड़े के कोच सुरेंद्र उर्फ धूपा पहलवान ने बताया कि इस वर्ष फरवरी माह में अखाड़े में खिलाडियों के लिए मैट व जिम का समान मुहैया करवाने के लिए खेल विभाग में लिखित रूप में आवेदन किया था, लेकिन 6 माह बीत जाने के बाद भी विभाग के अधिकारी कोई संतोषजनक जवाब न देकर हर बार यह कहकर टरका दिया जाता है कि ऊपर से रद्द कर दिया गया है और हॉल छोटा है। कोच ने बताया कि हरि सिंह अखाड़ा शहर का सबसे 50 वर्ष पुराना अखाड़ा है, लेकिन आज तक अखाड़े में आज तक सरकार व प्रशासन की तरफ से खिलाडियों को किसी प्रकार की कोई सुविधा मुहैया नहीं करवाई गई है। जबकि इस अखाड़े के खिलाड़ी राष्ट्रीय, प्रदेश व जिला स्तर पर कई पदक जीतकर हरियाणा का नाम रोशन कर चुके है। उन्होंने कहा कि खिलाडियों को सरकारी सुविधाओं का लाभ न मिलने के कारण अपनी प्रतिभा दिखाने के साथ आगे बढने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जिस कारण खिलाडियों में भारी रोष है। कोच के साथ खिलाड़ी पहलवान अमन, जस्सू, वकील, गुरमीत बुढ़ाखेड़ा, रिंकू, संजय, छोटा खलीफा, भारत, बॉबी, सोनू, सागर, अनवर, दिपांशु, कुलवीर, अजय, तुषार, अजय चंदाना, सन्नी, शैंकी, सुखदेव, शुभम, राजू, रमन, अनिल, भारत कलायत, गंजी, संदीप बाबालदाना आदि ने प्रदेश सरकार, खेल मंत्री व जिला प्रशासन से मांग की है कि अखाड़े में खिलाडियों को मैट व जीम का समान मुहैया करवाया जाए।
हॉल छोटा होने के कारण कैंसल हुआ मैटः कोच
इस बारे में खेल विभाग कैथल के कोच विजय कुमार ने कहा कि हरि सिंह अखाड़े में पहलवान खिलाडियों के लिए विभाग की तरफ से 12 बाई 12 का मैट मंजूर किया गया था, लेकिन हॉल छोटा होने के कारण रद्द कर दिया गया। इसी प्रकार जिम के समान के लिए विभाग के उच्चाधिकारियों के पास फाइल भेजी थी, जो ऊपर से रिजैक्ट कर दी गई है।