रविदास मंदिर मामला में सड़कों पर उतरी भीम आमी (अपडेट)
नई दिल्ली, 21 अगस्त (ऐजेंसी सक्षम भारत)।
-हमदर्द नगर में आगजनी, जाम से लोग हुए परेशान
सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर गुरू रविदास मंदिर को तोड़े जाने का विरोध करने वाले हजारों लोग बुधवार को रामलीला मैदान से होते हुए आश्रम चैक पहुंचे। हाथों में लाठी-डंडे लिए प्रदर्शनकारी नारा लगाते हुए चैक पर बैठ गए। इस दौरान इनके विरोध प्रदर्शन के चलते राजधानी दिल्ली में जगह-जगह भारी जाम की स्थित पैदा हो गई, जिसके चलते दिल्लीवालों काफी परेशानी झेलनी पड़ी। उधर, बुधवार सुबह से ही गुरू रविदास मार्ग के मंदिर वाले भाग को बेरिकेड लगाकर दोनों ओर से बंद कर दिया गया था। बुधवार को रामलीला मैदान से भीड़ तुगलकाबाद के लिए निकली तो रास्ते में उग्र हो गई। जिसके चलते हमदर्द चैक पर आगजनी की भी घटना हुई है। यह भीड़ कनॉट प्लेस की ओर बढ़ रही थी जिनमें कुछ लोगों के हाथों में लाठियां थीं। चिंताजनक बात यह रही कि दिल्ली पुलिस भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर के आने और इतनी भीड़ के आने को लेकर बेपरवाह रही, इसलिए अर्ध सैनिक बल को भी तैनात नहीं किया गया। उधर, जहांपनाह जंगल में संत रविदास का मंदिर तोड़ जाने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले से नाराज लोग एक साथ रामलीला मैदान से तुगलकाबाद में विरोध प्रदर्शन के लिए निकले, लेकिन रास्ते में ही लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। आधे रास्ते में ही उग्र हो गई भीड़ ने भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर की बातों को भी नजरअंदाज करना शुरू कर दिया। हमदर्द चैक पहुंचते-पहुंचते भीड़ इतनी उग्र हो गई कि वहां मामला भड़क कर आगजनी तक पहुंच गया। इस दौरान सड़क पर भारी जाम लग गया और कई वाहन इसमें फंस गए। इस दौरान कई स्कूली वाहन जाम में फंसे रहे जिससे छोटे बच्चों को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। खबर है कि भीड़ जंतर-मंतर पहुंच कर विरोध प्रदर्शन की तैयारी में है। इसमें शामिल लोग काफी नाराज लग रहे हैं, साथ ही अधिकतर लोगों के हाथ में लाठियां भी हैं। इस दौरान सुरक्षा के लिए पुलिस फोर्स या सुरक्षाबलों की तैनाती नहीं की गई है, जिसके कारण सभी को किसी तरह की अव्यवस्था की चिंता सता रही है। यहां बता दें कि तुगलकाबाद में संत रविदास मंदिर तोड़े जाने के विरोध में दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन में शामिल होने के लिए मंगलवार को ही भीम आर्मी के कार्यकर्ता ट्रेनों व बसों से रवाना हुए थे। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को आदेश देते हुए कहा था कि तुगलकाबाद वन क्षेत्र में तोड़े गए रविदास मंदिर मुद्दे का राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए। कोर्ट ने दिल्ली, हरियाणा और पंजाब सरकारों को भी निर्देश दिया था कि इस मामले पर कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगडने न पाए और सरकारें इसके लिए आवश्यक इंतजाम करें।