भारत ने ब्रिटेन में आंबेडकर स्मारक को बंद करने के खिलाफ अपील दायर की
लंदन, 21 अगस्त (ऐजेंसी सक्षम भारत)। भारत सरकार ने उत्तर लंदन में भीमराव आंबेडकर को समर्पित एक स्मारक को बंद करने की ब्रिटेन की स्थानीय काउंसिल की कोशिश के खिलाफ एक अपील दायर की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नवंबर 2015 में ब्रिटेन की यात्रा के दौरान इस स्मारक का उद्घाटन किया था। उत्तर लंदन में 10 किंग हेनरी रोड पर स्थित आंबेडकर हाउस चार मंजिला आवासीय इमारत के भीतर बना हुआ है। भारतीय संविधान के निर्माता आंबेडकर लंदन स्कूल ऑफ इकनॉमिक्स के अपने छात्र जीवन के दौरान 1921-22 तक यहां रहे थे। स्थानीय प्राधिकरण कामडेन काउंसिल ने हाल ही में इस आवासीय संपत्ति को आधिकारिक संग्रहालय/स्मारक में परिवर्तित करने की भारतीय अधिकारियों की अर्जी को खारिज कर दिया था। कामडेन काउंसिल ने कहा, चार मंजिला संपत्ति को संग्रहालय के तौर पर इस्तेमाल किए जाने की अनुमति नहीं है और इसे आवासीय इस्तेमाल के लिए वापस किया जाना चाहिए। उसने कहा कि सांस्कृतिक लाभ के लिए इस आवासीय परिसर के इस्तेमाल की भरपाई किए जाने का कोई विकल्प नहीं है। डॉ. आंबेडकर यहां थोड़े-से समय के लिए रहे थे। अपील दायर करने वाली ब्रिटेन स्थित लॉ फर्त के वकील रविंद्र कुमार ने कहा, हमारा मानना है कि अपील दायर करने का मजबूत आधार है। इस अपील पर 24 सितंबर को सुनवाई होनी है। भारत का कहना है कि इस मकान का ब्रिटेन में और उससे बाहर रह रहे भारतीयों के एक बड़े वर्ग के लिए खास महत्व है क्योंकि यहां आंबेडकर रहे थे। इस मामले से जुड़े एक भारतीय अधिकारी ने कहा कि भारतीय समुदाय के साथ इस स्थान का गहरा जुड़ाव इसे महज एक आवासीय संपत्ति से अधिक महत्व देता है और भावी पीढ़ियों के लिए संजोकर रखने वाली धरोहर बनाता है।