विश्वविद्यालयों, कॉलेजों को अध्यापकों को शोध के लिए अध्ययन अवकाश पर भेजना चाहिए: यूजीसी समिति
नई दिल्ली, 06 अगस्त (सक्षम भारत)। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) द्वारा गठित एक समिति ने यह सिफारिश की है कि विश्वविद्यालयों और कॉलेजों को शोध एवं लेखन के लिए अध्यापकों को उनके करियर के बीच में अध्ययन अवकाश पर भेजना चाहिए। ‘भारतीय विश्वविद्यालयों एवं कॉलेजों में शोध को प्रोत्साहित करने और उसकी गुणवत्ता बेहतर करने’ पर गठित चार सदस्यीय समिति ने यूजीसी को हाल ही में अपनी रिपोर्ट सौंपी है। यह समिति इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस,बेंगलुरू के पूर्व निदेशक पी बालाराम की अध्यक्षता में गठित की गई थी। समिति ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि अध्यापकों को करियर के बीच में अध्ययन अवकाश की पेशकश करने के लिए राज्य विश्वविद्यालयों और संबद्ध कॉलेजों को यूजीसी को प्रोत्साहित करना चाहिए। रिपोर्ट में कहा गया है कि अध्यापकों को प्रतिस्पर्धा स्तर पर उनके करियर के बीच में राष्ट्रीय स्तर पर अध्ययन अवकाश के लिए भेजने की प्रक्रिया 50-100 संकाय सदस्यों को भेज कर शुरू की जा सकती है। रिपोर्ट में कहा गया है कि इस तरह के अवसरों को सार्वजनिक के साथ-साथ निजी संस्थानों में भी करना चाहिए।