द्रौपदी मुर्मू को आदिवासी प्रतीक नहीं समझा जाना चाहिए : कांग्रेस
नई दिल्ली, 13 जुलाई (ऐजेंसी/सक्षम भारत)। कांग्रेस ने कहा कि राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को आदिवासी प्रतीक नहीं समझा जाना चाहिए। वह स्वभाव से बहुत अच्छी हैं लेकिन वह गलत विचारधारा का प्रतिनिधित्व कर रही हैं।
कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. अजय कुमार ने बुधवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि विपक्ष ने यशवंत सिन्हा को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया है। वह बहुत अच्छे प्रत्याशी हैं। सत्ता पक्ष ने द्रौपदी मुर्मू को उम्मीदवार बनाया है। वह स्वभाव भी बहुत शालीन हैं लेकिन वे भारत की ”ईविल फिलॉसफी”(बुराई की विचारधारा) के साथ जुड़ी हैं।
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की ओर से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राष्ट्रपति पद के लिए झारखंड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू को अपना उम्मीदवार घोषित किया है। मुर्मू पेशे से शिक्षक भी रह चुकी हैं। इसके अलावा झारखंड की राज्यपाल भी रह चुकी हैं। मौजूदा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है। विपक्षी दलों की ओर से संयुक्त उम्मीदवार को तौर पर पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा को मैदान में उतारा है।