नई दिल्ली न्यूज़

तीन तलाक बिल पर नीतीश कुमार का असली चेहरा लोगों के सामने आया: उपेंद्र कुशवाहा

नई दिल्ली, 31 जुलाई (सक्षम भारत)।

राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) ने तीन तलाक बिल पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनकी पार्टी जदयू के रुख पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। रालोसपा ने भाजपा पर भी हमला करते हुए कहा कि इसका मकसद महिलाओं को न्याय दिलाना नहीं बल्कि सियासी हित साधना ज्यादा है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि राज्यसभा में बिल पर वोटिंग के दौरान सदन से गैरहाजिर रह कर जदयू ने सरकार का साथ देकर अपना असली चरित्र देश के सामने रख दिया है। कुशवाहा ने कहा कि राज्यसभा में वोटिंग के समय बाहर जाने का मतलब ही है बिल के पक्ष में ऐक्शन, ऐसा कर सरकार की नीतीश कुमार ने मदद की है।

पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव व प्रवक्ता फजल इमाम मल्लिक ने बयान जारी कर कहा कि जदयू के इस रुख से नीतीश कुमार का असली चेहरा सामने आ गया है। मल्लिक ने कहा कि रालोसपा का रुख इस मामले पर बहुत साफ है कि तीन तलाक बहुत बड़ा मसला नहीं है। मुसलमानों में भी इसे लेकर आम राय है कि इस्लाम में एक बार में तीन तलाक मान्य नहीं है, इसलिए इस मसले को इतना तूल देने की जरूरत नहीं थी।

उपेंद्र कुशवाहा ने साफ किया कि नीतीश कुमार एक तरफ मुसलमान भाइयों में यह संदेश देना चाह रहे हैं कि हम इस मुद्दे पर उनके साथ हैं और दूसरी तरफ सरकार की मदद भी कर रहे हैं। नीतीश कुमार के इस कदम से उनका दोहरा चेहरा सामने आ गया है। उनके इस दोहरे चेहरे को धीरे-धीरे लोग पहचानने लगे हैं। इसलिए नीतीश कुमार को इस मुगालते में नहीं रहना चाहिए कि वे इस तरह का खेल खेलते रहेंगे और लोग उन पर भरोसा करेंगे। बिहार के लोगों ने अब उनका असली चेहरा पहचान लिया है।

भाजपा पर हमला करते हुए कुशवाहा ने कहा कि अदालत के फैसले में साफ कहा गया है कि तीन तलाक वैद्य नहीं है। लोगों का भी ऐसा ही कहना है कि तीन बार तलाक कह देने से तलाक नहीं होता तो जो वैद्य ही नहीं है तो उस पर अलग से कानून बनाने की कोई जरूरत नहीं थी। यह प्रथा है तो इसके लिए जागरूकता की जरूरत है कानून बनाने की नहीं। कानून बना कर इस काम को नहीं कर सकते। कुशवाहा ने कहा कि जहां तक कानून बनाने की बात है तो मुसलिम परिवार की महिलाएं परेशान हैं तो ऐसी बात नहीं है कि हिंदू परिवार की महिलाएं परेशान नहीं हैं।

कुशवाहा ने कहा कि हजारों की तादाद में हिंदू परिवार की महिलाएं होंगी जिन्हें पति ने छोड़ दिया होगा शादी के फौरन बाद लेकिन उनको देखने वाला कोई नहीं है, उनके लिए भी कानून बने। कुशवाहा ने कहा दरअसल कानून बना कर भाजपा सियासी संदेश देना चाहती है, किसी भी महिला को न्याय या राहत देना नहीं। कुशवाहा ने कहा कि भाजपा भी सियासी लाभ के लिए ऐसा कर रही है और नीतीश कुमार भी। नीतीश कुमार बाहर विरोध करते हैं और अंदरखाने सरकार का समर्थन।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *