ईरान ने टैंकर विवाद को परमाणु समझौते से जोड़ा
विएना, 28 जुलाई (सक्षम भारत)।
ईरान ने रविवार को कहा कि उसका मानना है कि ब्रिटेन द्वारा ईरानी तेल टैंकर को पकड़ना 2015 के परमाणु समझौते का उल्लंघन है। समझौते को बचाने के लिए इससे जुड़े शेष पक्षों की विएना में हुई बैठक में यह मुद्दा उठा। ब्रिटिश अधिकारियों ने जुलाई के शुरू में ईरान के एक तेल टैंकर को पकड़ लिया था और आरोप लगाया था कि यह सीरिया पर यूरोपीय संघ द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों का उल्लंघन कर रहा था। जवाबी कार्रवाई में ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ने 19 जुलाई को हरमुज जलडमरूमध्य में ब्रिटेन के झंडे वाले एक टैंकर को पकड़ लिया था जिस पर चालक दल के 23 सदस्य सवार थे। विएना बैठक में पहुंचे ईरान के उप विदेश मंत्री अब्बास अग्रागची ने टैंकर विवाद को संयुक्त समग्र कार्य योजना (जेसीपीओए) के नाम से जाने जाने वाले परमाणु समझौते से जोड़ा। उन्होंने कहा, ईरानी तेल टैंकर को पकड़े जाने जैसे घटनाक्रम हुए हैं, जो हमारे हिसाब से जेसीपीओए का उल्लंघन है। उनकी यह टिप्पणी ईरान के सरकारी टेलीविजन पर प्रसारित की गई। ईरानी मंत्री ने कहा, जेसीपीओए से जुड़े देशों को ईरान के तेल निर्यात में कोई बाधा खड़ी नहीं करनी चाहिए। ऑस्ट्रिया की राजधानी में हुई इस बैठक में ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, चीन, रूस और ईरान के प्रतिनिधि शामिल हुए।