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कांग्रेस छत्तीसगढ़ में दोबारा सत्ता में आई तो तुष्टीकरण और वोट बैंक की राजनीति जारी रखेगी : शाह

राजनांदगांव, 16 अक्टूबर (ऐजेंसी/सक्षम भारत)। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को कहा कि यदि कांग्रेस अगले महीने विधानसभा चुनाव के बाद छत्तीसगढ़ में सत्ता में फिर से आती है तो वह ‘तुष्टिकरण’ और ‘वोटबैंक’ की राजनीति जारी रखेगी।

राजनांदगांव शहर में एक रैली को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने (रेस्तरां की) खाद्य श्रृंखला की तरह दिल्ली तक एक ‘भ्रष्टाचार श्रृंखला’ बनाई है।

उन्होंने कहा, ”भाजपा छत्तीसगढ़ में सत्ता में आई तो हम भ्रष्टाचारियों से पाई-पाई वसूलेंगे और उन्हें उल्टा लटका कर सीधा करने का काम किया जाएगा।”

शाह ने कहा कि अविभाजित मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़ राज्य कांग्रेस शासन के दौरान एक ‘बीमारू’ (पिछड़ा हुआ) राज्य बना हुआ था, लेकिन रमन सिंह के सत्ता में आने (2003 में) के बाद 15 साल में यह एक विकसित राज्य बन गया।

केंद्रीय गृह मंत्री ने अप्रैल में बेमेतरा जिले के बिरनपुर गांव में हुई सांप्रदायिक हिंसा को लेकर भूपेश बघेल सरकार पर हमला बोला और लोगों से पूछा कि क्या वे चाहते हैं कि छत्तीसगढ़ फिर से सांप्रदायिक दंगों का केंद्र बने।

यह रैली राजनांदगांव में पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह और तीन अन्य भाजपा उम्मीदवारों के नामांकन पत्र दाखिल करने से पहले आयोजित की गई थी।

विपक्षी भाजपा ने बिरनपुर हिंसा में मारे गए भुनेश्वर साहू के पिता ईश्वर साहू को बेमेतरा जिले के साजा विधानसभा क्षेत्र से मैदान में उतारा है। साहू राज्य के वरिष्ठ मंत्री रविंद्र चौबे के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं।

छत्तीसगढ़ की 90 सदस्यीय विधानसभा के चुनाव के लिए दो चरणों में सात और 17 नवंबर को मतदान होना है।

मंच पर मौजूद ईश्वर साहू की ओर इशारा करते हुए शाह ने कहा कि वोट बैंक और तुष्टिकरण के लिए भुनेश्वर साहू की हत्या कर दी गयी। उन्होंने कहा, ”हम भुनेश्वर साहू के हत्यारे को सजा दिलाएंगे। हमने उनके पिता को टिकट दिया है।”

उन्होंने कहा, ”क्या आप चाहते हैं कि छत्तीसगढ़ एक बार फिर सांप्रदायिक दंगों का केंद्र बने? भुनेश्वर साहू को न्याय मिलना चाहिए या नहीं? अगर कांग्रेस फिर से सत्ता में आती है, तो वह तुष्टिकरण और वोटबैंक की राजनीति जारी रखेगी।”

शाह ने कहा कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस शासन के दौरान विभिन्न ‘घोटाले’ हुए हैं। उन्होंने इस दौरान मुख्यमंत्री बघेल पर राज्य को दिल्ली दरबार का ‘एटीएम’ बनाने का आरोप लगाया।

उन्होंने कहा, ”मैंने अपने सार्वजनिक जीवन में घोटालों की इतनी बड़ी सूची नहीं देखी। दो हजार करोड़ रुपये का शराब घोटाला, पांच सौ करोड़ रुपये से अधिक का कोयला घोटाला जिसमें उनके (बघेल) कार्यालय के अधिकारी जेल गए, प्रधानमंत्री अन्न योजना में घोटाला, पांच हजार करोड़ रुपये का महादेव ऐप (गेमिंग और सट्टेबाजी ऐप) घोटाला आदि।”

शाह ने कहा, ”यहां तक कि उसने (कांग्रेस ने) राज्य के युवाओं को भी नहीं बख्शा और लोक सेवा आयोग की भर्ती में घोटाला किया।”

उन्होंने कांग्रेस सरकार को ‘तीस टका, भूपेश कका’ (बघेल की 30 फीसदी कमीशन वाली सरकार) करार दिया। राज्य में बघेल को प्यार से ‘कका’ कहा जाता है।

पिछली रमन सिंह सरकार की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि राज्य के हर क्षेत्र जिसमें अनुसूचित जनजाति और अनुसूचित जाति की आबादी शामिल है, में भाजपा शासन के दौरान विकास हुआ।

उन्होंने सवाल किया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पांच साल में क्या किया है? शाह ने बघेल पर कटाक्ष किया और कहा कि बघेल का स्वभाव अपने कार्यों का हिसाब नहीं देना है क्योंकि वह ताम्रध्वज साहू और राजा साहब (उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव का जिक्र करते हुए) के साथ हिसाब-किताब करने में व्यस्त रहते हैं।

2018 में राज्य में कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद साहू और सिंहदेव भी मुख्यमंत्री पद के दावेदारों में से थे।

शाह ने कहा, ”आगामी चुनाव किसी सरकार या विधायक को चुनने के लिए नहीं बल्कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में एक सुनहरा भविष्य बनाने के लिए है। एक-एक वोट छत्तीसगढ़ के सुनहरे भविष्य को बनाने में योगदान देगा।”

उन्होंने शराबबंदी समेत अपने चुनावी वादों को पूरा नहीं करने को लेकर भी बघेल सरकार पर निशाना साधा।

शाह ने कहा, ”कांग्रेस सरकार ने अपने 315 वादे तो पूरे नहीं किये, बल्कि भाजपा शासनकाल में जो कल्याणकारी योजनाएं चल रही थी उन्हें बंद कर दिया। उन्होंने (बघेल) छत्तीसगढ़ को ‘एटीएम’ बनाकर सिर्फ ‘दिल्ली दरबार’ में पैसा पहुंचाने का काम किया।”

उन्होंने लोगों से पूछा कि क्या छत्तीसगढ़ का भविष्य बर्बाद करने वाले भूपेश बघेल को वे दोबारा मौका देंगे? लोगों ने इसका जवाब ‘नहीं’ में दिया।

रैली में भारी भीड़ को देखकर शाह ने कहा कि लोगों का उत्साह दर्शाता है कि छत्तीसगढ़ में तीन दिसंबर को मतगणना के दिन कमल (भाजपा का चुनाव चिह्न) खिलेगा।

उन्होंने नरेन्द्र मोदी सरकार की योजनाओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि मोदी जी के नेतृत्व में देश का गौरव बढ़ा है और हाल में केंद्र की भाजपा सरकार ने महिलाओं को लोकसभा और विधानसभा में 33 फीसदी आरक्षण देने का काम किया है।

केंद्रीय गृह मंत्री ने लोगों से राज्य में भाजपा के पक्ष में मतदान कर उसे सत्ता में लाने और 2024 में केंद्र में मोदी सरकार को फिर से चुनने का आग्रह किया।

रैली के बाद रमन सिंह (राजनांदगांव सीट) और तीन अन्य भाजपा उम्मीदवारों गीता घासी साहू (खुज्जी), भरत लाल वर्मा (डोंगरगांव) और विनोद खांडेकर (डोंगरगढ़-अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित) ने अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों के लिए यहां कलेक्टर कार्यालय में नामांकन पत्र दाखिल किया। इस दौरान शाह भी उनके साथ थे।

 

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