अंतरराष्ट्रीय आदिवासी दिवस पर आदिवासी संस्कृति व सभ्यता से परिचित कराती शोभायात्रा व कलश यात्रा निकाली
-: सक्षम भारत :-
सर्व धानका समाज नांगलोई व अखिल भारतीय धानका आदिवासी समाज, रजि के तत्वावधान मे आयोजित अंतरराष्ट्रीय आदिवासी दिवस पर शोभा यात्रा व कलश यात्रा का आयोजन रेलवे रोड पर धानका समाज के शिव मंदिर के सामने किया गया,इस अवसर पर भारतीय आदमजाति सेवक संघ के अध्यक्ष श्री एन सी हेम्ब्रम,नांगलोई क्षेत्र के सह आयुक्त श्री जयपाल बामोरिया,नांगलोई पुलिस थाना प्रभारी श्री प्रभुदयाल, किराडी क्षेत्र के विधायक श्री ऋतुराज व मुण्डका विधायक प्रतिनिधि श्री सुनील लाकडा, क्षेत्रिय पार्षद श्रीमती हेमलता राजेन्द्र लाडला, रीगस के पार्षद श्री रोहतास मावर, अखिल भारतीय धानका आदिवासी समाज रजि के अध्यक्ष श्री रवि बोस व पुर्व अध्यक्ष श्री नत्थुराम डाबला व जयपुर जिला महासचिव श्री गजराज सिंह किराड अतिथि के रूप मे शामिल हुए,कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री महेन्द्र मावर ने की ओर संचालन अखिल भारतीय धानका आदिवासी समाज के संयोजक श्री राजेन्द्र खर्रा ने किया
कार्यक्रम का आरम्भ डा भीमराव अम्बेडकर व स्वर्गीय श्री डालचंद आर्य के चित्रो पर श्रदासुमन करके किया गया,अवसर पर अतिथियो ने सर्व धानका समाज नांगलोई व अखिल भारतीय धानका आदिवासी समाज, रजि की सहराना करते हुए कहा कि इनके प्रयास से धानका समाज आज भी अपनी जडो से जुडा हुआ नजर आ रहा है अपनी संस्कृति व परम्परा को रखने के लिए समय-समय पर आदिवासी सत्यता को दर्शाने के लिए व अपने बच्चो को जागरूक करने के लिए कार्यक्रम करते रहते है,आदम जाति सेवक संघ के अध्यक्ष श्री एन सी हेम्ब्रम ने आदिवासियो का महत्व बताते हुए कहा कि आदिवासियो से ही जीवन आरंभ हुआ है ओर आदिवासियो को सोच से सभी अविष्कार कारण ही सभी साधन सुविधाओ का जन्म हुआ है,हमे अपने आदिवासी होने पर,गर्व होना चाहिए
कार्यक्रम का संचालन करते हुए श्री राजेन्द्र खर्रा मे आदिवासी सभ्यता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि विश्व की सबसे प्राचीन सभ्यता को संजोकर रहना बहुत जरूरी है हमे अपने बच्चो को हमारी संस्कृति व सभ्यता से परिचय कराते रहना चाहिए, इस असल पर सभी अतिथियो को सम्मान पत्र देखकर सम्मानित किया,कार्यक्रम मे नांगलोई धानका समाज के अपनी लगन व मेहनत से आगे लेते वाले धानका समाज के जन नायक सामाजिक कार्यकर्ताओ के परिवार को उनके मरणोपरांत धानका रत्न से सम्मानित किया
इस शोभा यात्रा मे धानका समाज के नांगलोई क्षेत्र के बच्चो का उत्साह देखते ही बनता था,छोटे छोटे बच्चो ने आदिवासियो के परिधान मे आदिवासी संस्कृति व सभ्यता को दर्शाने वाली झाकियो का प्रदर्शन किया जिससे यात्रा मे आए सभी लोगो का ध्यान अपनी ओर खीचा, क्षेत्र के लोगो को बताया कि धानका समाज के बच्चो मे प्रतिभा कुटकुट कर भरी है,इस अवसर पर एक जैसी साडिया पहने सैकड़ो महिला सर पर कलश लिए आनंद से साथ नृत्य करती हुई दिखाई दी,ऐसा नजारा देखने मे ही आनंद की अनुभूति करा रहा था,युवाओ द्वारा एक जैसी टी शर्ट पहने आदिवासियो के महापुरूष के नारे लगा रहे थे नांगलोई क्षेत्र मे अनेक जगह लोगो ने इस यात्रा का फुल वर्षाकर स्वागत किया व विभिन्न समाज के लोगो ने सदभावना का परिचय देते हुए जलपान की व्यवस्था की शिव सेवा सीमित के सभी कार्यकर्ताओ ने इस कार्यक्रम की व्यवस्था को संचालित करने मे अहम योगदान दिया, यात्रा को व्यस्थित बनाए रखने मे नांगलोई पुलिस व सुरक्षा अधिकारियो कर्मचारियो का समर्पण देखते बन रहा था,इसके हेल्प इण्डिया फाऊँडेशन के कार्यकर्ताओ ने व्यवस्था बनाने मे अहम भूमिका निभाई,क्षेत्र के लोगो के अनुसार नांगलोई के इतिहास मे ऐसी शोभायात्रा इससे पहले नही निकली,धानका समाज ने नांगलोई मे इतिहास रच दिया,इस यात्रा को आयोजन करने मे नत्थूलाल मोरवाल,ताराचंद बामणिया,दयानंद खर्रा,विक्की खनगवाल,कुन्दन तंवर,विजय मोरवाल,राजकुमार खर्रा,कर्ण बामणिया,राजेश देहराण, मुकेश खर्रा,राजकुमार डाबला,सहित सैकडो कार्यकर्ताओ ने अहम भूमि निभाई