भारतीय फुटबॉल पर आईएमटी करेगा शोध
गाज़ियाबाद, 17 जुलाई (ऐजेंसी/सक्षम भारत)। फुटबॉल में भारत को वर्ल्ड पावर बनाने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। इसके तहत ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन ने आईएमटी गाजियाबाद के साथ करार किया है। दोनों संस्थान ने शोध, गहन अध्ययन एवं डेटा बेस तैयार करने के लिए सोमवार को एमओयू साइन किए। ऐसे में 11 बिंदुओं पर फोकस किया गया है। पीएम नरेंद्र मोदी ने 2047 तक भारत को विश्व पटल पर फुटबॉल की महाशक्ति के रूप में स्थापित करने का विजन दिया है।
पीएम की संकल्पना को मूर्त रूप देने के प्रयास तेज हो गए हैं। ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन ने आईएमटी गाजियाबाद के साथ एमओयू साइन कर देश को वर्ल्ड पावर बनाने का संकल्प लिया है। एमओयू पर फुटबॉल फेडरेशन के महासचिव डॉ. शाजी प्रभाकरन तथा आईएमटी के निदेशक डॉ. विशाल तलवार ने हस्ताक्षर किए।
कार्यक्रम में डॉ. शाजी प्रभाकरन ने कहा कि यह भारत के लिए पहला उदाहरण है, जब कोई नामचीन शिक्षण संस्थान खेलों को भी बढ़ावा देने के लिए आगे आया है और इस वैज्ञानिक ढंग से शोध का कार्य कर रहा है। डॉ. विशाल तलवार ने कहा कि दुनिया के कई विख्यात विवि के विद्यार्थी पढ़ाई के साथ-साथ खेलों में भी अपनी श्रेष्ठता को साबित कर चुके हैं।
आईएमटी स्पोट्र्स रिसर्च सेंटर के हैड डॉ. कनिष्क पांडेय ने बताया कि भारत को 2047 में फुटबॉल की महाशक्ति बनाने में संस्थान फुटबॉल फेडरेशन के साथ मिलकर चरणबद्ध योजनाएं न सिर्फ तैयार करेगा बल्कि उन्हें क्रियान्वित करने में अपने दायित्वों का निर्वहन करेगा। उन्होंने बताया कि जमीनी स्तर पर फुटबॉल संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए अनुसंधान किया जाएगा।
फुटबॉल से संबंधित साहित्य का विकास, प्रतिभा निष्कर्षण और संवर्धन के लिए योजना विकसित करना व भारतीय फुटबॉल के मानकों को बढ़ाने को नए पाठ्यक्रम विकसित किए जाने पर भी ध्यान दिया जाएगा। इस अवसर पर जयदीप बसु, रजक जमान, प्रो. निविषा सिंह तथा प्रो. निहार अमोनकर आदि मौजूद रहे।