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पुर्तगाली शासन के निशान मिटाने की जरूरत: गोवा के मुख्यमंत्री सावंत

पणजी, 08 जून (ऐजेंसी/सक्षम भारत)। गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा है कि राज्य को पुर्तगाली शासन से मुक्त हुए 60 साल से अधिक का समय हो गया है, लिहाजा उस दौर के शासकों के निशान मिटाए जाने चाहिए। सावंत ने मंगलवार को यहां एक कार्यक्रम के दौरान कहा, ”हमें नई शुरुआत करने की आवश्यकता है।”

अपने संबोधन में सावंत ने पुर्तगाली शासन के दौरान गोवा में मंदिरों को नष्ट करने से रोकने के लिए मराठा सम्राट छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि यह शिवाजी महाराज थे जिन्होंने देश में ‘स्वराज’ की अवधारणा पेश की। भारतीय सैन्य बलों ने ‘ऑपरेशन विजय’ शुरू कर 450 साल पुराने पुर्तगाली शासन से गोवा को 19 दिसंबर, 1961 को मुक्त कराया था। बाद में 1963 में पहली बार गोवा विधानसभा का चुनाव हुआ था।

शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक के 350 साल पूरे होने के अवसर पर दक्षिण गोवा जिले के बेतुल में आयोजित एक राज्यस्तरीय कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सावंत ने कहा कि मराठा सम्राट के कारण ही पुर्तगाली गोवा में आगे मंदिरों को नष्ट नहीं कर सके।

उन्होंने कहा, ”60 साल बाद हमें पुर्तगालियों के हर निशान को मिटा देना चाहिए। हमें नए सिरे से शुरुआत करने की जरूरत है। हम भारत की आजादी के 75 साल पूरे होने का जश्न मना रहे हैं तो गोवा कैसा होना चाहिए और जब भारत आजादी के 100 साल पूरे होने का जश्न मनाएगा तब गोवा कैसा होगा, इस बारे में हमने अब सोचना शुरू कर दिया है।”

मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज गोवा आए और उन्होंने सप्तकोटेश्वर मंदिर (उत्तरी गोवा जिले में) का पुनर्निर्माण कराया तथा पुर्तगालियों को मंदिरों को नष्ट करने के खिलाफ चेतावनी दी। सावंत ने कहा, ”शिवाजी महाराज और उनके बेटे संभाजी को हिंदू सभ्यता को संरक्षित करने का श्रेय मिलना चाहिए।”

 

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