प्रधानमंत्री के नेतृत्व में विश्व में भारत की साख बढ़ी है
-डॉ. भरत मिश्र प्राची-
-: ऐजेंसी/सक्षम भारत :-
शासन पाना व चलाना राजनीति का अहम कदम है। जिसके पास राजनीति के निपुण व कौशल गुण है वहीं शासन पाने एवं चलाने का सही उतराधिकारी है। राजनीतिक क्षेत्र में कई आये और कई चले गये, कुछ नाम कमा गये तो कुछ नाम गवां बैठे। शासन पर कब्जा पहले बलपूर्वक हुआ करता था, जिसके पास ताकत शासन की बागडोर उसी के हाथ होती। आज ताकत ने राजनीतिक चाल की जगह ले ली है। जहां साम, दाम दंड, भेद की नीति प्रमुख है। जिसके पास यह चाण्यकय नीति है, वहीं आज का सफल राजनीतिक विजेता है। इस कड़ी में स्वतंत्र भारत के बदलते राजनीतिक परिवेश को देखा व परखा जा सकता है। वर्तमान में शासन की बेहतर पकड़ से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का राजनीतिक कद काफी उच्चा हो गया जहां विकल्प फिलहाल कोई नजर नहीं आ रहा। इसी कारण सत्ता में एक दशक से लगातार बने रहने के वावजूद भी विपरीत परिस्थितियों में भी फिर से सत्ता में वापसी के आसार नजर आ रहे है। इस दौरान देश के प्रदेश की राजनीति में भले बदलाव हुआ हो पर केन्द्र के मामले में देश में सर्वाधिक रूप से एक ही स्वर मोदी – मोदी गूंजता नजर आया जिसने नरेन्द्र मोदी का कद पार्टी से भी उपर उठा दिया। एक समय इसी तरह का स्वर पूर्व में कांग्रेस में भी तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी के लिये गूंज उठा था जहां कांग्रेस की पहचान इंदिरा गांधी बन गई। राजाओं को दिये जाने वाले प्रीबी पर्स बंद कर एवं बैंको का राष्ट्रीयकरण कर जिस तरीके से भारतीय जनमानस में समा गई, उसी तरह नरेन्द्र मोदी आपने शासन काल में गांधी जयन्ती पर स्वच्छ भारत अभियान की शुरूआत कर, कश्मीर से 370 धारा हटाकर, अयोध्या के मंदिर – मस्जिद विवाद को मिटाकर एवं मुस्लिम महिलाओं को तीन तलाक से मुक्ति दिलाकर भारतीय जनमानस के चहेते बन गये जिन्हें फिलहाल सत्ता से बेदखल करना आसान नहीं। आज भाजपा पार्टी इनके नाम से जानी जाती है, इसी कारण पार्टी में भी इनके खिलाफ आवाज उठने की संभावना दूर तक नजर नहीं आती।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शासनकाल की कुछ उपलब्धियों पर एक नजर डाले जहां 2014 में केन्द्र की सत्ता संभालते ही शासन की बागडोर अपने नियंत्रण में लेते हुये काला धन मिटाने की दिशा में नोट बंदी कर देश को नया मुद्रा प्रदान करने, सब्सीडी को जनधन योजना के माध्यम से सीधे तौर पर बैंक खातें में भेजने, उज्जवला योजना के माध्यम से गरीब परिवार को एलपीजी गैस, गैस चूल्हें देने, कोरोना काल में युद्ध स्तर पर टीकाकरण, दवाई एवं निःशुल्क राशन की वितरण की व्यवस्था, प्रधानमंत्री आवास योजना में गरीब परिवारों को आवास, युवा बेरोजगार के लिये कौशल योजना, लघु उद्यमियों के लिये मुद्रा योजना, एक देश एक कर की योजना के तहत जीएसटी, मेक इन इंडिया, स्कील इंडिया मिशन,मेगा पेंशन स्कीम, संसद आदर्श ग्राम योजना,बेटी बचाओ बंटी पढ़ाओ,, डिजिटल इंडिया, प्रधानमंत्री मुद्र योजना, श्रम योगी मान धन, अटल पेंशन योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, उदय योजना सहित अनेक लाभकारी जनोपयोगी योजनाओं के लागू करने के साथ -साथ भ्रष्टाचारियों की धड़ पकड़, सेना में नये आयाम लाकर एवं विदेशों की गौरवमयी यात्रा के माध्यम से आज नरेन्द्र मोदी लोकप्रियता के सर्वोपरि शिखर पर विराजमान है। जहां से गिराना आसान नहीं। आज शासन पर अच्छी पकड है। बेहतर नेतृत्व है। आमजन को सम्मोहित करने की वाक शक्ति है। अपनी इस विशेष छवि के चलते नरेन्द्र मोदी आज प्रधानमंत्री के नये आयाम स्थापित करने में सफल दिख रहे है। जहां लोकप्रियता के साथ – साथ आत्म विश्वास, शासन की अच्छी पकड़ एवं दूर दृष्टि है। भारत का परचम विश्व में लहराने की इनमें अदभूत शक्ति छिपी है। अभी हाल ही में प्रधानमंत्री की जी 7 शिखर सम्मेलन विदेश यात्रा के दौरान देखने को सबकुछ मिल रहा है जहां भारत का कद सर्वोपरि नजर आ रहा है। कई दिनों से यूक्रेन एवं रूस के बीच चल रहे मानव अहितकारी युद्ध को रोकने की पहल करने की प्रक्रिया प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की इस विदेश यात्रा के दौरान देखी जा सकती है, जो भारत के शांतिमय उदेश्य को दर्शाता है। इस विदेश यात्रा में भारत की हर जगह साख बढी है। जिसे नकारा नहीं जा सकता। श्री नगर में जी-20 का आगाज भी भारत की विश्व में बढ़ी साख को दर्शाता है।