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आदिवासी महिला की मौत के मामले को लेकर दूसरे दिन भी विधानसभा में हंगामा, प्रश्नकाल स्थगित

भोपाल, 17 मार्च (ऐजेंसी/सक्षम भारत)। विधानसभा के बजट सत्र के दसवें दिन की कार्यवाही शुरू हो गई है। प्रश्नकाल में कांग्रेस विधायक विजय राघवेंद्र सिंह के सवाल करने से पहले ही विधायक बाला बच्चन ने महू कांड का मामला उठा दिया। मृत युवती और युवक के परिजनों पर मामला दर्ज करने के विरोध में कांग्रेस विधायकों ने हंगामा शुरू कर दिया। इसके चलते विधानसभा की कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। एकबार फिर से कार्यवाही शुरू हो गई है।

इससे पहले सदन में जैसे ही हंगामा तेज हुआ तो संसदीय कार्य मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कांग्रेस विधायक कांतिलाल भूरिया, बाला बच्चन और सज्जन सिंह वर्मा के द्वारा उठाए गए महू कांड पर जवाब देते हुए कहा- पीएम रिपोर्ट के अनुसार युवती की मौत करंट लगने से हुई है। जहां तक युवती और मृतक के परिजनों पर मामला दर्ज होने की बात है तो सीसीटीवी फुटेज के आधार पर यह देखा गया कि थाने पर जो हमला हुआ और पुलिस अधिकारी कर्मचारी घायल हुए, उसके आधार पर 13 या 17 लोगों पर केस दर्ज किया है। उसके पिता पर भी मामला दर्ज हुआ है। हालांकि, जांच में किसी के साथ भी अन्याय नहीं होगा।

कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी के निलंबन के बाद विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को मंजूर नहीं किया गया है। विपक्षी दल कांग्रेस की ओर से 3 मार्च को अविश्वास प्रस्ताव की सूचना विधानसभा के प्रमुख सचिव को दी गई थी। विधानसभा के अफसरों की मानें तो अविश्वास प्रस्ताव को स्वीकार या अस्वीकार करने का निर्णय सदन में होता है, जिसे कार्यसूची में शामिल करने का निर्णय अध्यक्ष को 14 दिन में लेना होता है।

इंदौर के महू की घटना पर सज्जन सिंह वर्मा दूसरे दिन भी आक्रामक

विधानसभा सत्र शुरू होने के पहले सज्जन सिंह वर्मा बोले- जिस आदिवासी महिला की मौत हुई, उसी के परिवार पर पुलिस ने मामला दर्ज किया है। इसके बाद एक आदिवासी युवक की गोली लगने से मौत हो गई। उसके ऊपर, उसके परिवार के ऊपर मामला दर्ज किया गया है। यह शिवराज का शासन है, हम शिवराज सिंह चौहान का इस्तीफा मांगते हैं।

इनके खिलाफ भी अब तक कोई निर्णय नहीं

विधानसभा की कार्रवाई के दौरान संसदीय कार्यमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा पर विधानसभा की नियम पुस्तिका की किताब फेंकने के आरोप नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने लगाए थे। इसके बाद कांग्रेस के विधायक सज्जन सिंह वर्मा ने किताब फाड़ दी थी। संसदीय कार्यमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा, कांग्रेस विधायक सज्जन सिंह वर्मा, डॉ. विजय लक्ष्मी साधौ के खिलाफ विशेषाधिकार हनन की सूचना पर अभी कोई निर्णय नहीं लिया गया है।

आज सत्र हुआ समाप्त तो शून्य हो जाएगा अविश्वास

यदि सत्र समाप्त होने के पहले अविश्वास प्रस्ताव सदन में स्वीकार या अस्वीकार करने के लिए प्रस्तुत नहीं होता है या निर्णय नहीं हो पाता है तो वह शून्य हो जाएगा, जबकि विशेषाधिकार हनन की सूचना अस्तित्व में रहेगी। इसे विशेषाधिकार समिति को सौंपे जाने का निर्णय कभी भी लिया जा सकता है। कांग्रेस द्वारा संसदीय कार्य मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा के विरुद्ध दी गई विशेषाधिकार हनन की सूचना भी विचाराधीन है। हालांकि, वे खेद जता चुके हैं।

कांग्रेस के जांच दल की रिपोर्ट पेश की

महू में पुलिस गोलीबारी में आदिवासी युवक की मृत्यु एवं एक आदिवासी युवती की हत्या के मामले में कांग्रेस आदिवासी नेताओं के जांच दल ने अपनी जांच रिपोर्ट पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ को सौंपी। जांच दल में कांतिलाल भूरिया, बाला बच्चन, पाचीलाल मेड़ा और झूमा सोलंकी शामिल थीं। जांच दल ने महू पहुंचकर पुलिस गोलीबारी में मारे गए आदिवासी युवक भेरूलाल के पिता मदन सिंह छारेल और विधानसभा महेश्वर में मृतिका आदिवासी युवती से मुलाकात की।

कांग्रेस की जांच में यह निकले निष्कर्ष…

-आदिवासी युवक भेरूलाल शांतिपूर्ण तरीके से विरोध प्रदर्शन कर रहा था और उसे दमन करके उसकी पुलिस गोलीबारी में हत्या कर दी गई।
-मृत युवती के पोस्टमार्टम में पुलिस ने सही तरीका नहीं अपनाया। परिजनों पर राजनीतिक दबाव डालने की कोशिश की गई और मामले को रफा-दफा करने की कोशिश की गई।
-स्थानीय भाजपा सांसद के दबाव में 9 घंटे तक मामले को दबाने की कोशिश की गई।
-शिवराज सरकार का रवैया पूरी तरह आदिवासी विरोधी है।
-विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस की गोली से मारे गए आदिवासी युवक भेरूलाल के खिलाफ ही पुलिस ने हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कर लिया है।
-इसी तरह मृत युवती के परिवार के लोगों के खिलाफ भी हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कर लिया गया है।

 

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