नई दिल्ली न्यूज़

सीआर पार्क में दुर्गा पूजा विसर्जन के लिए बनाए जा रहे हैं कृत्रिम तालाब

नई दिल्ली, 30 सितंबर (ऐजेंसी/सक्षम भारत)। देशभर में नवरात्रों की धूम है. मां दुर्गा के खूबसूरत पंडाल बनाए जा रहे हैं. दिल्ली के सीआर पार्क में इसका खास आयोजन होता है. दिल्ली के सीआर पार्क में भी कई पंडाल बनाए गए हैं, जहां मां दुर्गा की पूजा अर्चना की जाएगी. इस बार के नवरात्रों में खास बात ये है की सीआर पार्क के लगभग बड़े पूजा समितियों के द्वारा अपने ग्राउंड में ही एक कृत्रिम तालाब बनाया जा रहा है. जहां पर मां दुर्गा का विसर्जन किया जाएगा.

सीआर पार्क स्थित कॉपरेटिव ग्राउंड के पूजा समिति के प्रतिनिधि ने बताया कि सीआर पार्क में बने सभी बड़े पंडालों में मां दुर्गा के मूर्ति के विसर्जन के लिए कृत्रिम तालाब बनाए जा रहे हैं. इन कृतिम तालाबों में दशमी के दिन मां दुर्गा का विसर्जन किया जाएगा. दरअसल एनजीटी के आदेशों का पालन करते हुए लगभग सभी बड़ी दुर्गा पूजा समितियां कृत्रिम तलाब बना रही हैं, जिसे यमुना जी के प्रदूषण को रोकने के दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है.

साथ ही छोटी-छोटी पूजा समितियों के द्वारा एक जगह तालाबों की व्यवस्था की गई है, जहां उन सभी मां दुर्गा की मूर्तियों का विसर्जन किया जाएगा और जो बड़े पूजा समिति हैं वो अपने खुद के द्वारा कृत्रिम तालाब बनाए जा रहे हैं. सीआर पार्क के कॉपरेटिव ग्राउंड में बनने वाले पूजा पंडाल हर साल खास होती है, जो सीआर पार्क के बड़े आयोजनों में से एक होता है. इस साल भी यहां पूजा पंडाल मशहूर संगीतकार मन्ना डे के थीम पर बनाया गया है लेकिन सबसे खास बात यह है कि यहां पंडाल के साथ ही एक कृत्रिम तालाब भी बनाया जा रहा है.

जहां पर दशमी के दिन पूजा आरती करने के बाद माता की मूर्ति का विसर्जन किया जाएगा. इस कृत्रिम तालाब की वजह से कोई हादसा ना हो इसके लिए तालाब को सीमेंटेड बनाया जा रहा है और इसके ऊपर से ढकने के लिए लोहे के ढक्कन भी बनाया जा रहा है.

आयोजकों का कहना है कि इस कृत्रिम तालाब में दसवीं के दिन पानी डाला जाएगा और फिर माता की पूजा-आरती होगी और फिर माता के मूर्ति को इसी में विसर्जित किया जाएगा. इस तालाब का स्तर मिट्टी का छोड़ा गया है ताकि वो पानी अंडर ग्राउंड में चला जाए साथ ही ये तालाब अब हमेशा के लिए रहेगा. इस ग्राउंड में 2 पूजा होती हैं. एक मां दुर्गा की और फिर काली पूजा दोनों मूर्तियों का विसर्जन इन्ही तालाबों में हर साल किया जाएगा.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *