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‘भारत की लक्ष्मी’ को दे प्रोत्साहन: मोदी

नई दिल्ली, 29 सितंबर (ऐजेंसी/सक्षम भारत)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की समृद्धि के लिए बेटियों को प्रोत्साहन देने का आह्वान करते हुए रविवार को कहा कि उन्हें ‘भारत की लक्ष्मी’ मानकर एक अभियान चलाया जाना चाहिए। श्री मोदी ने आकाशवाणी पर अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’में राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि इस बार दीपावली पर बेटियों के सम्मान में कार्यक्रम रखे जाने चाहिए। इसके अलावा उनको सम्मान और प्रोत्साहन देने के लिए एक अभियान चलाया जाना चाहिए।

उन्होंने कहा, “बेटियों की उपलब्धियों के बारे में, सोशल मीडिया में अधिक से अधिक जानकारी साझा की जानी चाहिए। ‘भारतकीलक्ष्मी’ हैशटैग इस्तेमाल किया जाना चाहिए। जैसे हम सबने मिलकर एक महा-अभियान चलाया था ‘सेल्फी विद डॉटर’ और वह दुनियाभर में फैल गया था। उसी तरह, इस बार, हम अभियान चलायें ‘भारत की लक्ष्मी’। भारत की लक्ष्मी के प्रोत्साहन का मतलब है देश और देशवासियों के समृद्धि के रास्ते मजबूत करना।”

उन्होंने कहा कि दीपावली में, सौभाग्य और समृद्धि के रूप में, लक्ष्मी का घर-घर आगमन होता है। परंपरागत रूप से, लक्ष्मी का स्वागत है। इस बार नए तरीके से लक्ष्मी का स्वागत किया जाना चाहिए। भारतीय संस्कृति में, बेटियों को लक्ष्मी माना गया है, क्योंकि, बेटी सौभाग्य और समृद्धि लाती है। उन्होंने कहा, “क्या इस बार हम अपने समाज में, गाँवों में, शहरों में, बेटियों के सम्मान के कार्यक्रम रख सकते हैं? सार्वजनिक कार्यक्रम रख सकते हैं। हमारे बीच कई ऐसी बेटियाँ होंगी जो अपनी मेहनत और लगन से, प्रतिभा से परिवार का, समाज का, देश का, नाम रोशन कर रही होंगी। क्या इस दिवाली पर भारत की इस लक्ष्मी के सम्मान के कार्यक्रम, हम कर सकते हैं?”

प्रधानमंत्री ने कहा कि आस-पास कई बेटियाँ और कई बहुएँ ऐसी होंगी, जो, असाधारण काम कर रही होंगी। कोई, गरीब बच्चों की पढाई का काम कर रही होंगी। कोई स्वच्छता और स्वास्थ्य को लेकर जागरूकता फैलाने में जुटी होगी, तो कोई, डॉक्टर, इंजीनियर बन कर समाज की सेवा कर रही होगी। वकील बन करके, किसी को न्याय दिलाने के लिए कोशिश करती होगी। समाज, ऐसी बेटियों की पहचान करे, सम्मान करे, और उन पर, अभिमान करे। इनके सम्मान के कार्यक्रम देशभर में होने चाहिए।

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