भारत ने अफगानिस्तान में स्थिति पर जतायी चिंता
न्यूयॉर्क, 24 सितंबर (ऐजेंसी/सक्षम भारत)। अफगानिस्तान में स्थिति पर चिंता जताते हुए भारत ने सोमवार को कहा कि युद्धग्रस्त देश और क्षेत्र की दीर्घकालिक स्थिरता के लिए वैध लोकतांत्रिक प्रक्रिया के जरिए सामान्य स्थिति बहाल करना अनिवार्य है। विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने कहा कि भारत, अफगानिस्तान की सरकार और लोगों के साथ मजबूती से खड़ा है और वह कई बाधाओं के बावजूद देश के विकास में सहयोग करता है। मुरलीधरन ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के 74वें सत्र से इतर विदेश मंत्रियों की संवाद और विश्वास बहाली के उपायों (सीआईसीए) पर अनौपचारिक बैठक में कहा, अफगानिस्तान में स्थिति चिंता का विषय है। अफगानिस्तान और क्षेत्र की दीर्घकालिक स्थिरता के लिए वैध लोकतांत्रिक प्रक्रिया के जरिए सामान्य स्थिति बहाल करना अनिवार्य है। उन्होंने कहा, भारत, अफगान के नेतृत्व, अफगान शासित और अफगान नियंत्रित शांति प्रक्रिया का निरंतर समर्थन करता है। उन्होंने बैठक में कहा कि भारत एशिया के साथ-साथ बाकी दुनिया में नियम आधारित व्यवस्था का समर्थन करता है। मुरलीधरन ने कहा, हम एशिया में शांति और सुरक्षा के लिए कई चुनौतियों जैसे कि आतंकवाद, संघर्ष, पार देशीय अपराध और समुद्री खतरों का सामना करते हैं। हमारे सतत विकास लक्ष्यों के लिए भी चुनौतियां हैं। उन्होंने कहा कि सीआईसीए की इन चुनौतियों के प्रति अंतरराष्ट्रीय समुदाय के जवाब को आकार देने में एक भूमिका है। इसके साथ ही भारत ने खाड़ी क्षेत्र में हालात पर चिंता जताते हुए कहा कि प्रतिस्पर्धी भू-सामरिक हित ऐसा संघर्ष पैदा कर सकते हैं जिसका क्षेत्र में और उससे आगे सुरक्षा तथा विकास पर विध्वंसक असर पड़ेगा। मुरलीधरन ने कहा, हमें उम्मीद है कि हम बातचीत और कूटनीति के जरिए स्थिति को और तनावपूर्ण बनने से रोक पाएंगे।