व्यापार

सेंसेक्स फिर 59,000 अंक के पार, निफ्टी 126 अंक मजबूत, बैंक शेयर चमके

मुंबई, 05 सितंबर (ऐजेंसी/सक्षम भारत)। घरेलू शेयर बाजारों में सोमवार को मजबूती रही और बीएसई सेंसेक्स 442 अंक से अधिक चढ़कर एक बार फिर 59,000 अंक के स्तर के पार निकल गया। वैश्विक स्तर पर कमजोर रुख के बीच धातु, बैंक और पूंजीगत शेयरों में तेजी से बाजार लाभ रहे।

तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 442.65 अंक यानी 0.75 प्रतिशत मजबूत होकर 59,245.98 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 504.92 अंक तक चढ़ गया था।

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 126.35 अंक यानी 0.72 प्रतिशत चढ़कर 17,665.80 अंक पर बंद हुआ।

कारोबारियों के अनुसार सूचकांक में मजबूत हिस्सेदारी रखने वाले रिलायंस इंडस्ट्रीज, सन फार्मा और आईटीसी शेयरों में अच्छी लिवाली तथा रुपये की विनिमय दर में तेजी से बाजार धारणा को मजबूती मिली।

सेंसेक्स के शेयरों में सन फार्मा सबसे अधिक 1.81 प्रतिशत मजबूत हुआ। इसके अलावा, आईटीसी, एनटीपीसी, रिलायंस इंडस्ट्रीज, लार्सन एंड टुब्रो, टाटा स्टील, एचसीएल टेक्नोलॉजीज और आईसीआईसीआई बैंक प्रमुख रूप से लाभ में रहे।

इसके उलट एचयूएल, एशियन पेंट्स, पावर ग्रिड, विप्रो, अल्ट्राटेक सीमेंट और नेस्ले नुकसान में रहे। इनमें 1.51 प्रतिशत तक की गिरावट रही।

मेहता इक्विटीज लि. के शोध विश्लेषक, वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) प्रशांत तपसे ने कहा, ‘‘सप्ताह की शुरूआत तेजी से होना थोड़ा अचंभित करने वाला है। तेजड़ियों ने वैश्विक स्तर पर कमजोर रुख, ओपेक (तेल निर्यातक देशों के संगठन) की बैठक से पहले तेल के दाम में तेजी तथा सबसे महत्वपूर्ण अमेरिकी डॉलर सूचकांक के करीब एक दशक के उच्च स्तर 110.0 पर पहुंचने को तरजीह नहीं दी।’’

उन्होंने कहा, ‘‘बाजार अमेरिकी फेडरल रिजर्व (केंद्रीय बैंक) से सितंबर महीने में ब्याज दर में केवल 0.50 प्रतिशत की वृद्धि की उम्मीद कर रहा है। मंगलवार को निफ्टी का मुख्य अवरोध स्तर 17,757 है।’’

एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की और हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान में, जबकि चीन का शंघाई कंपोजिट लाभ में रहा।

यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरुआती कारोबार में गिरावट का रुख रहा। अमेरिकी बाजार में शुक्रवार को गिरावट थी।

कोटक सिक्योरिटीज लि. के इक्विटी शोध प्रमुख श्रीकांत चौहान ने कहा, ‘‘घरेलू शेयर बाजार ने एशिया के अन्य बाजारों में गिरावट तथा यूरोप में कमजोर रुख को नजरअंदाज किया। इसका कारण निवेशकों की धातु, बैंक और पूंजीगत शेयरों में लिवाली है। हालांकि, सतर्क रुख बना हुआ है क्योंकि वैश्विक नरमी के अंदेशे में बाजार में उतार-चढ़ाव बना रह सकता है।’’

इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 2.81 प्रतिशत की गिरावट के साथ 95.63 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।

अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया आठ पैसे मजबूत होकर 79.79 (अस्थायी) पर बंद हुआ।

शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने शुक्रवार को शुद्ध रूप से 8.79 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे।

 

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