उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में सेंसेक्स 87 अंक टूटा, आईटी कंपनियों में रही गिरावट
मुंबई, 11 जुलाई (ऐजेंसी/सक्षम भारत)। शेयर बाजार में पिछले तीन कारोबारी सत्रों से जारी तेजी पर सोमवार को विराम लग गया और दोनों मानक सूचकांक… बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी मामूली गिरावट के साथ बंद हुए।
वैश्विक बाजारों के कमजोर रुख के बीच टीसीएस के वित्तीय परिणाम उम्मीद के अनुरूप नहीं रहने से सूचना प्रौद्योगिकी कंपनियों के शेयरों में भारी बिकवाली के बीच बाजार नीचे आया। डॉलर के मुकाबले रुपये की विनिमय दर के रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंचने से भी जोखिम क्षमता पर असर पड़ा।
तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स नुकसान के साथ खुला। लेकिन दोपहर कारोबार में तेज लिवाली देखी गयी। हालांकि यह तेजी कायम नहीं रही और मानक सूचकांक अंत में 86.61 अंक यानी 0.16 प्रतिशत की गिरावट के साथ 54,395.23 अंक पर बंद हुआ।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 4.60 अंक यानी 0.03 प्रतिशत की मामूली गिरावट के साथ 16,216 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स के शेयरों में भारती एयरटेल को सबसे अधिक 5.03 प्रतिशत का नुकसान हुआ। टीसीएस का वित्तीय परिणाम बाजार की उम्मीदों के अनुरूप नहीं होने से इसका शेयर 4.64 प्रतिशत टूट गया।
शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, देश की सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर निर्यातक टीसीएस का शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में 5.2 प्रतिशत बढ़कर 9,478 करोड़ रुपये रहा। सालाना वेतनवृद्धि ओर पदोन्नति से कंपनी के मार्जिन पर असर पड़ा।
टीसीएस का अन्य आईटी कंपनियों पर भी असर पड़ा। एचसीएल टेक, इन्फोसिस, विप्रो और टेक महिंद्रा 4.10 प्रतिशत तक नीचे आये।
दूसरी तरफ लाभ में रहने वाले शेयरों में टाटा स्टील, महिंद्रा एंड महिंद्रा, डॉ. रेड्डीज लैब, आईसीआईसीआई बैंक, एशियन पेंट्स, एक्सिस बैंक और रिलायंस इंडस्ट्रीज शामिल हैं। इनमें 3.04 प्रतिशत तक की तेजी रही।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘घरेलू बाजार का ध्यान अब कंपनियों के तिमाही नतीजों पर है। शुक्रवार को जारी टीसीएस के परिणाम से धारणा पर प्रतिकूल असर पड़ा। हालांकि बैंक, धातु और ऊर्जा कंपनियों के शेयरों के समर्थन से घरेलू बाजार नुकसान से उबरते हुए लगभग स्थिर बंद हुआ।’’
रेलिगेयर ब्रोकिंग के उपाध्यक्ष (शोध) अजीत मिश्रा ने कहा कि वैश्विक स्तर पर मिले-जुले रुख के बीच निवेशकों की नजर औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) और उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति पर है। उन्होंने कहा, ‘‘हम अपने सकारात्मक रुख पर कायम हैं और निफ्टी जल्द ही 16,500 का स्तर हासिल करेगा।’’
एशिया के अन्य बाजारों में चीन का शंघाई कंपोजिट, हांगकांग का हैंगसेंग और दक्षिण कोरिया का कॉस्पी नुकसान में रहे। इसका कारण चीन की तरफ से प्रौद्योगिकी कंपनी टेनसेन्ट और अलीबाबा पर जुर्माना लगाने की रिपोर्ट है। हालांकि जापान का निक्की लाभ में रहा।
यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरुआती कारोबार में गिरावट का रुख रहा। शुक्रवार को अमेरिकी बाजारों में मिला-जुला रुख रहा था।
इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.48 प्रतिशत की गिरावट के साथ 106.3 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 22 पैसे की गिरावट के साथ रिकॉर्ड 79.48 (अस्थायी) पर बंद हुआ ।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक शुक्रवार को शुद्ध बिकवाल रहे। उन्होंने शुक्रवार को 109.31 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की बिक्री की।