खेल

आखिरी गेंद पर श्रीलंका ने मारी बाजी, ऑस्ट्रेलिया पर सीरीज में अजेय बढ़त हासिल की

कोलंबो, 22 जून (ऐजेंसी/सक्षम भारत)। श्रीलंका ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच वनडे मैचों की सीरीज को अपने नाम कर लिया है। उसने चौथे मुकाबले में मंगलवार (21 जून) को कंगारू टीम को चार रन से हरा दिया। इस जीत के साथ ही लंकाई टीम ने सीरीज में 3-1 की अजेय बढ़त हासिल कर ली। 30 साल में पहली बार श्रीलंका ने ऑस्ट्रेलिया को अपने घरेलू मैदान वनडे सीरीज में हराया है। पिछली बार उसे अगस्त 1992 में तीन वनडे मैचों की सीरीज में 2-1 से जीत मिली थी।

1992 से श्रीलंका को अपने घरेलू मैदान पर तीन बार ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज में हार मिली थी। कंगारू टीम 2004, 2011 और 2016 में लंकाई धरती पर जीतने में सफल रही थी। मौजूदा सीरीज का पांचवां और अंतिम मुकाबला 24 जून को खेला जाएगा। श्रीलंका के लिए मैच में चरिथ असलंका जीत के हीरो रहे। उन्होंने सबसे ज्यादा 110 रन बनाए।

मैच में ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर गेंदबाजी का फैसला किया। श्रीलंका की टीम 49 ओवर में 258 रनों पर सिमट गई। असलंका ने अपने करियर का पहला शतक लगाया। उन्होंने 106 की पारी में 10 चौके और एक छक्का लगाया। उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच अवॉर्ड मिला। उनके अलावा धनंजय डी सिल्वा ने 60 और वानिंदु हसरंगा ने 21 रन बनाए। ऑस्ट्रेलिया के लिए मिचेल मार्श, पैट कमिंस, मैथ्यू कूहनेमैन ने दो-दो विकेट लिए। ग्लेन मैक्सवेल को एक सफलता हासिल हुई।

ऑस्ट्रेलियाई पारी की शुरुआत डेविड वार्नर और मिचेल मार्श ने की। ये जोड़ी ज्यादा देर क्रीज पर नहीं रही, और सीरीज में अभी तक अच्छे नजर आए कप्तान आरोन फिंच बिना खाता खोले पवेलियन लौट गए। फिंच को चमीका करुणारत्ने ने तीसरे ओवर की चौथी गेंद पर एलबीडबल्यू आउट किया।

इसके बाद मिचेल मार्श आए और उन्होंने डेविड वार्नर के साथ मिलकर पारी को संभाला। मार्श ने 26 रनों की पारी खेली, जिसमें 3 चौके और 1 छक्का जड़ा। मार्श ने वार्नर के साथ मिलकर दूसरे विकेट के लिए 63 रनों की साझेदारी की। मार्श को डुनिथ वेललेज ने अपना शिकार बनाया।

डेविड वार्नर ने अपना अर्धशतक पूरा किया। वार्नर और मरनेस लबुशेन ने मिलकर पारी को 100 के पार पहुंचाया, लेकिन ऐसा करते ही लबुशेन जेफ्री वेंडरसे का शिकार हुए। लबुशेन 14 रन बनाकर एलबीडबल्यू आउट हुए। लबुशेन और वार्नर के बीच तीसरे विकेट के लिए 45 रनों की साझेदारी हुई। अलेक्स कैरी के रूप में ऑस्ट्रेलिया को चौथा झटका लगा, जिन्हे वणिंदो हसरंगा ने आउट किया। कैरी ने 19 रन बनाए, और जब आउट हुए तब ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 131 रन था।

36वें ओवर की पांचवी गेंद पर ट्रेविस हेड और अगले ओवर में ग्लेन मैक्सवेल के लगातार विकेट गिरने से ऑस्ट्रेलिया मुश्किल में जरूर आई थी, लेकिन एक छोर पर डेविड वार्नर थे जिनसे भरोसा था। वो भरोसा ज्यादा देर तक नहीं टिका, और डेविड वार्नर एक अच्छी गेंद और तेज स्टंपिंग के कारण 99 रनों के स्कोर पर पवेलियन लौट गए। यहां डेविड वार्नर की किस्मत बहुत खराब रही, वह सिंगल रन लेकर अपना शतक पूरा करना चाहते थे लेकिन लगातार 2 विकेट गिरने के बाद दबाव में आए वार्नर अपना विकेट 99 पर खो बैठे।

कैमरून ग्रीन और पैट कमिंस ने आठवें विकेट के लिए 30 रनों की महत्वपूर्ण साझेदारी कर मैच को रोमांचक बनाया। कैमरून ग्रीन वेंडरसे की गेंद पर बोल्ड हुए। पैट कमिंस जब खेलने आए थे तब श्रीलंका मैच में पूरी तरह पकड़ बनाए हुआ था, लेकिन पैट कमिंस की शानदार पारी के बाद श्रीलंका दबाव महसूस करने लगा था। लसिथ मलिंगा अंतिम ओवरों में रन अधिक जाने के कारण इतने गुस्से में आ गए थे कि अपने डगआउट से उठकर बहुत दूर तक चलकर गए और गेंदबाजों से बात करने लगे।

49वें ओवर में पैट कमिंस एलबीडबल्यू आउट हुए, उन्होंने 43 गेंदों में 35 रनों की पारी खेली। आखिरी ओवर में ऑस्ट्रेलिया को 19 रन चाहिए थे, मैथ्यू कुहनेमैन ने अंत में कुछ बढ़िया शॉट लगाए जिस कारण मैच अंतिम गेंद तक गया। आखिरी गेंद पर जीत के लिए ऑस्ट्रेलिया को 5 रन और ड्रा के लिए एक चौके की दरकार थी। मैथ्यू कुहनेमैन ने अंतिम गेंद पर बल्ला घुमाया, गेंद अच्छे से बैट पर आई नहीं और चरिथ असलंका के लिए आसान सा कैच। इसी के साथ श्रीलंका ने मैच और सीरीज अपने नाम कर ली।

श्रीलंका टॉस हारकर बल्लेबाजी करने उतरी। पथम निसंका और निरोशन ने पारी की शुरुआत की। श्रीलंका को पहला झटका दूसरे ओवर की दूसरी गेंद पर लगा, निरोशन 1 रन बनाकर ग्लेन मैक्सवेल की गेंद पर आउट हुए। तीसरे नंबर पर आए मेंडिस ने निसंका के साथ मिलकर 21 रनों की साझेदारी की। मेंडिस सातवें ओवर में 14 रन बनाकर पैट कमिंस की गेंद पर बोल्ड हुए।

पथम निसंका भी अपनी पारी को बड़ा करने में असफल रहे और तीसरे विकेट के रूप में वह पवेलियन लौटे। 10वें ओवर की पांचवी गेंद पर मिचेल मार्श ने निसंका (13) को अलेक्स कैरी के हाथों कैच आउट कराया। 34 रनों पर तीन विकेट गवां चुकी श्रीलंका टीम मुश्किल में थी, लेकिन चौथे विकेट के लिए असलंका और धनंजय डी सिल्वा ने अच्छी साझेदारी कर टीम को मुश्किल से निकाला।

दोनों ने चौथे विकेट के लिए शतकीय साझेदारी (101 रन) की। आउट होने से पहले धनंजय डी सिल्वा ने अपना अर्धशतक लगाया। इस साझेदारी को तोड़ा मिचेल मार्श ने, उन्होंने 27वें ओवर की दूसरी गेंद पर डी सिल्वा को मैक्सवेल के हाथों कैच आउट कराया। डी सिल्वा ने 61 गेंदों में 60 रन बनाए, इस पारी में उन्होंने 7 चौके लगाए। चरिथ असलंका ने 60 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया। उनके अर्धशतक लगाने के बाद पांचवे विकेट के रूप में कप्तान डासुन शनका आउट होकर पवेलियन लौट गए। शनका 4 रन बनाकर रन आउट हुए।

असलंका ने वेललेज के साथ मिलकर मिडिल आर्डर में 57 रनों की महत्वपूर्ण साझेदारी की। डी वेललेज 19 रन बनाकर आउट हुए। मैथ्यू कुहनेमैन ने वेललेज के बाद चमीका करुणा रतने को अपना शिकार बनाया। चरिथ असलंका ने पहले टीम को मुश्किल स्थिति से निकाला और फिर शानदार तरीके से अपना शतक पूरा किया। उन्होंने 99 गेंदों में अपना शतक पूरा किया। चरिथ असलंका ने 106 गेंदों पर 110 रनों की पारी खेली, और टीम को सम्मान जनक स्कोर तक पहुंचाया। अंतिम ओवरों में वणिंदो हसरंगा ने 21 रनों की पारी खेली। श्रीलंका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया के सामने जीत के लिए 259 रनों का लक्ष्य रखा। मेजबान टीम 258 रनों पर पारी खत्म होने से एक ओवर पहले ऑल आउट हुई।

 

 

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