डीयू प्रोफेसर के घर पुलिस की छापेमारी, छात्रों और प्रोफेसरों ने किया विरोध प्रदर्शन
नई दिल्ली, 12 सितंबर (ऐजेंसी/सक्षम भारत)। डीयू में बड़ी संख्या में छात्रों और शिक्षकों ने डीयू के प्रोफेसर हनी बाबू के समर्थन में प्रदर्शन किया. आर्ट फैकेल्टी के बाहर बड़ी संख्या में छात्र और शिक्षकों ने खड़े होकर महाराष्ट्र पुलिस के कदम की कड़ी निंदा की. दिल्ली यूनिवर्सिटी के अंग्रेजी विभाग के प्रोफेसर हनी बाबू के आवास पर महाराष्ट्र पुलिस ने छापेमारी की. नोएडा के 73 सेक्टर में मौजूद हनी बाबू के आवास पर मंगलवार को यह छापेमारी की गई थी.
बता दें कि पुलिस ने एल्गर परिषद-भीमा कोरेगांव मामले में छापेमारी की थी. इस छापेमारी के दौरान नोएडा पुलिस ने भी पुणे पुलिस का सहयोग किया था. प्रदर्शन कर रहे छात्रों का आरोप है की प्रोफेसर के आवास पर बिना वारंट के पुलिस पहुंची थी.
छात्रों ने यह भी आरोप लगाया प्रशासन की तरफ से सिर्फ एक विचारधारा के लोगों को ही निशाना बनाया जा रहा है. छात्रों का कहना है की प्रोफेसर हनी बाबू एक लंबे समय से छात्रों के अधिकारों की लड़ाई करते आए हैं. ऐसे में आखिर उन्हें प्रताड़ित क्यों किया जा रहा है. छात्रों ने यह भी आरोप लगाया कि आज सभी को पुलिस की कार्रवाई का विरोध करने की जरूरत है, क्योंकि आज जो प्रोफेसर हनी बाबू के साथ हुआ है वह कल किसी और के साथ भी हो सकता है.
इस प्रदर्शन में शामिल हुई डूटा की पूर्व अध्यक्ष नंदिता नारायण ने आरोप लगाया की छापेमारी के दौरान कई किताबों को पुलिस के द्वारा जब्त किया गया है. इसके अलावा प्रोफेसर हनी बाबू का लैपटॉप भी पुलिस ने बिना वजह के अपने पास रख लिया है. नंदिता ने आरोप लगाया कि पुलिस मार्क्सवाद पर आधारित किताबों को जब्त करके उन पर झूठे आरोप लगाने की कोशिश में जुटी हुई है. नंदिता नारायण ने कहा कि लोकतंत्र में इस बात की इजाजत आखिर कैसे मिल सकती है.