व्यापार

गेहूं उत्पादन पिछले अनुमान से रहेगा 4.39 प्रतिशत कम

नई दिली, 20 मई (ऐजेंसी सक्षम भारत)। जून में समाप्त होने वाले फसल सत्र 2021-22 में भारत का गेहूं उत्पादन करीब 1,064.1 लाख टन रहने की संभावना है। यह पिछले साल के उत्पादन की तुलना में 38 लाख टन कम है और 1,113.2 लाख टन उत्पादन के पहले अनुमान की तुलना में 4.39 प्रतिशत कम है। गेहूं उत्पादन करने वाले राज्यों में गर्म हवाओं से फसल प्रभावित हुई, जिससे उत्पादन कम रहने का अनुमान लगाया गया है।

खाद्यान्न उत्पादन को लेकर आज जारी तीसरे अग्रिम अनुमान के मुताबिक देश में कुल मिलाकर अनाज उत्पादन 3,145.1 लाख टन रहने की संभावना है, जो पिछले साल हुए 3,107.4 लाख टन उत्पादन की तुलना में ज्यादा है। अन्य फसलों में चने का उत्पादन 139.8 लाख टन रहने की संभावना है, जो पिछले साल हुए 119.1 लाख टन उत्पादन की तुलना में अधिक है। वहीं सरसों का उत्पादन 117.4 लाख टन रहने का अनुमान लगाया गया है, जबकि पिछले साल 102.1 लाख टन उत्पादन हुआ था।

हाल के आंकड़ों से यह भी पता चलता है कि केंद्र सरकार की गेहूं खरीद 18 मई तक करीब 181 लाख टन रही है। इसका मतलब यह है कि सरकार ने जब से गेहूं निर्यात पर प्रतिबंध लगाया है, वह 116337 टन गेहूं किसानों से खरीदने में सफल रही है। वहीं दूसरी तरफ गेहूं के दाम पूरे देश में करीब 80 से 100 रुपये प्रति क्विंटल कम हुए हैं। वहीं मध्य प्रदेश में गेहं की कीमत इस सीजन में पहली बार न्यूनतम समर्थन मूल्य के नीचे 2015 रुपये प्रति क्विंटल पर पहुंच गया है।

 

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