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दिल्ली विश्वविद्यालय में डिग्री प्रोग्राम पूरा न कर सकने वाला पूर्व छात्र 45 वर्ष बाद फिर से देगा एग्जाम

नई दिल्ली, 20 मई (ऐजेंसी सक्षम भारत)। दिल्ली विश्वविद्यालय डिग्री प्रोग्राम पूरा न कर सकने वाले अपने पूर्व छात्रों को शताब्दी अवसर दे रहा है। शताब्दी अवसर एक ऐसी विशेष सुविधा है जिसमें वे छात्र अपना पंजीकरण करा सकते हैं जो किन्ही कारणों से डिग्री पूरी नहीं कर सके। दिल्ली विश्वविद्यालय के मुताबिक विश्वविद्यालय के लगभग 45 वर्ष पुराने छात्रों ने भी इस योजना में अपना पंजीकरण कराया है। यानी 60 बरस के पार पहुंच चुके दिल्ली विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र अब इस उम्र में भी अपनी डिग्री पूरी करने के इच्छुक हैं।

शताब्दी योजना में ऐसे छात्रों को एक और अवसर मिलेगा जिन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय में अंडरग्रैजुएट, पोस्ट अंडरग्रैजुएट या फिर प्रोफेशनल कोर्सेज में दाखिला लिया था लेकिन तय समय के भीतर अपना कोर्स पूरा नहीं कर सके। हालांकि यह अवसर केवल अंतिम ईयर के छात्रों को मिल सकेगा। इसके लिए रजिस्ट्रेशन 1 मई से शुरू हुआ है और रजिस्ट्रेशन की आखिरी तारीख 15 जून है। दिल्ली विश्वविद्यालय के डीन एग्जामिनेशन, प्रोफेसर डीएस रावत के मुताबिक 19 मई, 2022 तक कुल 1560 छात्रों ने पंजीकृत कराया है। पंजीकरण के बाद पेपर जमा करवाने वाले 1030 छात्र हैं। इनमे से 720 छात्रों ने फीस का भुगतान किया है। खास बात यह है कि डिग्री के लिए फिर से रजिस्ट्रेशन करवाने वाला सबसे पुराना छात्र 1977-1980 बीकॉम (एआरएसडी कॉलेज) से है। वहीं अभी तक रजिस्ट्रेशनश करवाने वाले अधिकतम छात्र बीए कार्यक्रम से हैं।

गौरतलब है कि दिल्ली विश्वविद्यालय को 100 बरस पूरे हो चुके हैं। इसी अवसर पर दिल्ली विश्वविद्यालय ने अपने इन पुराने छात्रों को एक और मौका देने का निर्णय लिया है अपनी डिग्री पूरी करने के लिए यह छात्र शताब्दी अवसर के लिए पंजीकरण कर सकते हैं।

रावत के मुताबिक नियमित, एनसीडब्ल्यूईबी, एसओएल और बाहरी प्रकोष्ठ के छात्र भी इस योजना का लाभ ले सकते हैं। परीक्षा विभाग ने दिल्ली विश्वविद्यालय के कॉलेजों, संकायों व संबंधित विभागों से अनुरोध किया है कि छात्रों द्वारा भरे गए पंजीकरण प्रपत्रों की पुष्टि एवं सत्यापन दिनांक 20.06.2022 तक पूर्ण कर लें। उन्होंने बताया कि छात्र ऑनलाइन जाकर पोर्टल पर अपना पंजीकरण कर सकते हैं। पंजीकरण के उपरांत संबंधित कॉलेजों, संकायों, विभागों व केंद्रों को छात्रों द्वारा भरे गए इन फॉर्म पुष्टि करनी होगी। विश्वविद्यालय ने इसके लिए भी एक विशेष लिंक जारी किया है।

पंजीकरण फॉर्म भरने के बाद, छात्र आगे के संचार के लिए भरे हुए फॉर्म का प्रिंटआउट रख सकते हैं। उनके संबंधित संकायों, विभागों, कॉलेजों अथवा केंद्रों द्वारा पंजीकरण फॉर्म की पुष्टि के बाद अनंतिम प्रवेश पत्र जारी किया जाएगा। दिल्ली विश्वविद्यालय के एग्जामिनेशन विभाग ने बताया कि परीक्षा फॉर्म भरने में किसी भी प्रकार के प्रश्न विसंगति के मामले में, छात्र अपने संबंधित कॉलेज से संपर्क कर सकते हैं। गौरतलब है कि दिल्ली विश्वविद्यालय ने एक मई को अपनी स्थापना के सौ वर्ष पूरे कर लिए हैं। विश्वविद्यालय के 100 वर्ष पूर्ण होने पर बीते 100 वर्षों की यादों और यात्रा को खास तरीके से सजाया गया है। विश्वविद्यालय प्रशासन के अनुसार दिल्ली विश्वविद्यालय का निर्माण एक मई 1922 को हुआ था।

 

 

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