गोद लिये बच्चों की वापसी के चलन का पता लगाएगा एनसीपीसीआर
नई दिल्ली, 08 सितंबर (ऐजेंसी/सक्षम भारत)। बाल अधिकारों से संबंधित शीर्ष निकाय ने कहा है कि अगर गोद लिये गए बच्चों को वापस लौटाने की प्रवृत्ति बढ़ी है तो इसका पता लगाने के लिए तथ्यान्वेषी अभियान शुरू करने का प्रस्ताव दिया है। राष्ट्रीय बालक अधिकार संरक्षण आयोग ने कहा है कि अगर यह स्थिति बनी रहती है तो यह न केवल बच्चों के लिए भयावह स्थिति है बल्कि पारिवारिक संस्था में विश्वास करने से भी उन्हें हतोत्साहित करेगा। शीर्ष बाल अधिकार निकाय की बैठक के कार्य विवरण (मिनट्स) में ऐसा कहा गया है। इसमें कहा गया है, ‘‘इसलिए, सीएनसीपी (देखभाल और सुरक्षा की आवश्यकता वाले बच्चों) के लिए ऐसी स्थिति से बचने के लिए, इस स्थिति की वास्तविक समस्या का पता लगाने के लिए एक तथ्यान्वेषी अभियान शुरू किया जाना प्रस्तावित है।’’