हुवावे ने अमेरिका पर कर्मचारियों को मजबूर करने और साइबर हमले का आरोप लगाया
बीजिंग, 04 सितंबर (ऐजेंसी/सक्षम भारत)। चीन की दूरसंचार उपकरण निर्माता कंपनी हुवावे ने बुधवार को अमेरिकी अधिकारियों पर उसकी सूचना प्रणाली में सेंध लगाने का प्रयास करने और कंपनी की जानकारी जुटाने के लिए कर्मचारियों को मजबूर करने का आरोप लगाया। हुवावे ने बयान जारी कर कहा कि अमेरिका ने हाल के महीनों में कंपनी के व्यापार को प्रभावित करने के लिए अनैतिक साधनों का इस्तेमाल किया है। हुवावे ने अपने आरोपों के बारे में कोई प्रमाण नहीं दिया है। कंपनी के एक प्रवक्ता ने कहा कि उसके पास इसके अतिरिक्त कोई जानकारी नहीं है। कंपनी का मुख्यालय चीनी के दक्षिणी शहर शेनझेन में है। बीजिंग स्थित अमेरिकी दूतावास ने फिलहाल कोई टिप्पणी नहीं की है। बयान में कहा गया है कि अमेरिकी अधिकारियों ने हुवावे के इंट्रानेट और आंतरिक सूचना प्रणाली में घुसपैठ के लिए साइबर हमला किया। लेकिन इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गयी है कि किस सूचना को उन्होंने निशाना बनाया था और वे उसमें सफल हुए कि नहीं। हुवावे ने यह भी कहा कि एफबीआई एजेंटों ने उनके कर्मचारियों पर कंपनी की जानकारी जुटाने के लिए दबाव बनाया। समाचार एजेंसी रायटर ने हुवावे के एक दस्तावेज का हवाला देते हुए कहा कि इस घटना में आठ कर्मचारी शामिल हैं, यह सभी मध्यम से आला दर्जे के एक्जक्यूटिव हैं और इनमें से कई अमेरिकी नागरिक हैं। इसमें कहा गया है कि नवीनतम घटना 28 अगस्त की है जब एक कर्मचारी ने हुवावे को सूचित किया कि एफबीआई ने उसे मुखबिरी करने के लिए कहा है। कंपनी ने कहा है कि अमेरिकी अधिकारी ने हुवावे की खेप में देरी कर, वीजा को अस्वीकार करके हुवावे के व्यापार को प्रभावित किया है। चीन सरकार ने अमेरिका पर चीनी वाणिज्यिक प्रतिभागियों को परेशान करने के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा तर्कों का अनुचित तरीके से इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है। अमेरिकी अधिकारियों ने दावा किया है कि हुवावे चीनी जासूसी में मदद कर सकती है जिससे कंपनी ने इनकार किया है और अमेरिकी अधिकारियों ने अपने आरोपों के समर्थन में कोई सबूत नहीं दिया है। अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, जापान और कुछ अन्य देशों की सरकारों ने हुवावे प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाया है। स्मार्ट फोन ब्रांड के तौर पर हुवावे टेक्नोलॉजी लिमिटेड विश्व में दूसरे नंबर की कंपनी है और फोन कंपनियों के लिए नेटवर्क गियर बनाने वाला सबसे बड़ा निर्माता है। मई में ट्रम्प प्रशासन की ओर से घोषित निर्यात नियंत्रण की व्यवस्था अमेरिकी प्रौद्योगिकी तक हुवावे की पहुंच को सीमित करेगी। इस निर्यात नियंत्रण व्यवस्था के कार्यान्वयन को नवंबर के मध्य तक स्थगित कर दिया गया है। अमेरिका यूरोपीय देशों की सरकारों के साथ अगली पीढ़ी के दूरसंचार नेटवर्क से हुवावे को बाहर रखने के लिए लॉबिंग कर रहा है। जर्मनी, फ्रांस और आयरलैंड ने कहा है कि उनकी योजना किसी भी आपूर्तिकर्ता को प्रतिबंधित करने की नहीं है।