कोविड-19ः सीएफए इंस्टिट्यूट के ज्यादातर सदस्यों ने के-आकार के सुधार का अनुमान जताया
नई दिल्ली, 06 जुलाई (ऐजेंसी/सक्षम भारत)। सीएफए इंस्टिट्यूट के ज्यादातर सदस्यों ने कोविड-19 महामारी के प्रकोप से उबर रही अर्थव्यवस्था में के-आकार के सुधार का अनुमान जताया है, जहां विभिन्न क्षेत्रों में अलग-अलग दरों, अलग-अलग समय या तीव्रता के आधार पर भरपाई होगी।
निवेश पेशेवरों के वैश्विक संघ सीएफए इंस्टिट्यूट द्वारा 6,040 सदस्यों के बीच किए गए सर्वेक्षण में 44 प्रतिशत भागीदारों ने के-आकार के सुधार की भविष्यवाणी की। इसका अर्थ है कि सुधार को किसी एक रुझान के आधार पर परिभाषित नहीं किया जा सकता और यह क्षेत्र, देशकाल तथा समय के अनुसार अलग-अलग होगा।
के-आकार के सुधार का यह अनुमान, पिछले साल की गई हॉकी स्टिक आकार के सुधार की भविष्यवाणी से एकदम अलग है, जिसका अर्थ है कि सुधार धीमी गति से होगा।
सीएफए इंस्टिट्यूट के भारत में कंट्री प्रमुख विधु शेखर ने कहा, ‘‘महामारी के बाद की दुनिया काफी अस्थिर है। मेरा मानना है कि सबसे अधिक संभावना के-आकार के सुधार की है, जहां अर्थव्यवस्था के विभिन्न हिस्सों में अलग-अलग दर से सुधार होगा।’’
उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से कोविड-19 महामारी भारतीय जीवन के सभी क्षेत्रों को प्रभावित करेगी, जिसमें सरकारी नीतियां, कर नियम और पूरा वित्तीय परिदृश्य शामिल है।