राजनैतिकशिक्षा

आये दिनो पेट्रोल-डीजल की कीमतो ‘मे लगातार हो रही वृद्धि

-विनोद तकिया वाला-

-: ऐजेंसी सक्षम भारत :-

आये दिनो पेट्रोल – डीजल कीमतो मे लगातार हो रही वृद्धि चिन्ता व चर्चा का विषय बना हुआ है। यह बडोतरी तो आम उपभोक्ताओं के लिए सर दर्द बन चुकी है वही यह केन्द्र की सरकार के लिए यह आम बात है वो तो’ पेट्रोलियम पदार्थ को स्वायता के नाम पर नियंत्रण मुक्त कर रखा है। तभी आत्म र्निभर भारत के आत्म र्निभर भारत के सम्मानित नागरिक होने का गौरव हम सभी प्राप्त होगा। अन्ध भक्तो का मानना है कि चाहे उन्हे कितना महँगा पेट्रोल – डीजल खरीदना पडे।’ वह इसके लिए सहर्ष तैयार है। इस संदर्भ मे वे तर्क देते है कि सरकार के खजाने मे टैक्स के नाम पर वसुली की जायेगी तभी तो भारत विश्व गुरु बनेगा।

प्रिय पाठक आप को लग रहा होगा कि आज खबरी लाल कैसी – कैसी बहकी बहकी बाते कर रहा है, वह भी ऐसे समय मे जब भारत ही नही वरन सम्पूर्ण विश्व कोरोना जैसी महामारी से जीवन जीविका के जंग मे जुझ रहा है। जी है मै तो आप जैसे अपने प्रिय पाठको को अगाह करना है क्योकि हम अपने पत्रकारिता के धर्म व कर्तव्य समझते है ‘जिसका मै निर्वाह कर रहा हूँ। यहाँ मै आप सभी को बताना चाहता हूँ कि साल भर में लगभग 25 – रुपये से भी पेट्रोल महंगा हो चुका है।

देश में पेट्रोल-डीजल की कीमतें रोजाना महंगाई के नए रिकॉर्ड बना रही हैं। पेट्रोलियम उत्पाद की कीमतें मे अब एक दिन छोड़कर बढ़ रही हैं। अगर कल कीमतें शांत थीं तो अगले फिर से दाम बढ़े हैं. मुंबई वालों को अब एक लीटर पेट्रोल के लिए तकरीबन 100 रुपये से अधिक खर्च करने होंगे, लेकिन यहाँ गौर करने वाली बात ये है कि कच्चा तेल 65-66 डॉलर पर ही टिका हुआ है, लेकिन हमारे आत्म निर्भर भारत में पेट्रोल-डीजल की कीमतें रोजाना आसमान की ऊँचाई को छू कर रिकार्ड बना रही हैं।आश्चर्य की बात ये है कि मई में अब तक 14-15 बार दाम
वद्धि हुई है ‘ श्याद ये हमारे देश के अन्ध भक्तो के लिएअच्छे दिन के ये झलक है। इसके परिणाम तो बाद मे होगा।जब एक धर्म विशेष का विजय पताका फहरायेगा। विगत महीने के 4 मई से लगातार 4 दिन तक पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़े थे, जबकि पाँचराज्यो मे विधान सभा के चुनावों की वजह से इसके पहले 18 दिन तक पेट्रोल डीजल की कीमतों में मौन रह विधान सभा के चुनावी रैली मे प्रचार का मुक दर्शक थी। यहाँ आप सभी को बताना आवश्यक है कि मई में पेट्रोल और डीजल अबतक 14 – 15 बार महंगा हो चुका है। इस महीने मे अबतक दिल्ली में पेट्रोल के रेट 3.59 रुपये बढ़ चुके हैं, जहाँ तक डीजल की कीमतो का सबाल है तो मई महीने 4 .11रुपये महंगा हो चुका है.
मार्च, अप्रैल में सस्ता हुआ था पेट्रोल-डीजल आम लोगों को महंगे, पेट्रोल-डीजल से 15 अप्रैल को थोड़ी राहत मिली थी। अप्रैल में एक और मार्च के महीने में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में तीन बार कटौती हुई थी। 15 अप्रैल से पहले पेट्रोल-डीजल की कीमतों में आखिरी बार बदलाव 30 मार्च 2021 को हुआ था. तब दिल्ली में पेट्रोल 22 पैसे और डीजल 23 पैसे सस्ता हुआ था. मार्च महीने पेट्रोल 61 पैसे सस्ता हुआ था और डीजल के दाम 60 पैसे घटे थे. मार्च महीने में पेट्रोल डीजल की कीमतों में 3 बार कटौती की सबसे बड़ी वजह ग्लोबल मार्केट में कच्चे तेल की दामो मे गिरावट थी। आकंडे की सत्यता की पुष्टि की कसौटी पर 100ः नही हो सकते है लेकिन देश की राजधानी ’दिल्ली- विगत दिनो फिर बढ़े पेट्रोल, डीजल के दाम’पेट्रोल 26पैसे, डीजल 28पैसे महंगा’15 दिन में पेट्रोल के दाम 3.59 रुपए बढ़े’15 दिन में डीजल के दाम 4 .11रुपए बढ़े’दिल्ली में पेट्रोल 93.94 रुपए प्रति लीटर’दिल्ली में डीजल 84.89 प्रति लीटर हुआ’

आप सभी मन भी प्रशन उठते होगे कि आम जनता के जीवन मे पेट्रोल डीजल के बढते दामो से क्या असर होने वाला है तो मै आप को स्पष्ट कर दूँ कि अगर आप प्रत्यक्ष रूप से पेट्रोल डीजल का प्रयोग नही करते है तो पर भी बढते दाम से देश का आम नागरिक अछुता नही रह सकता है। क्योकि पेट्रोल – डीजल याता यात व उद्योग – धन्घे के शाथ कृषि कार्य मे भी प्रयोग मे लाया जाता है।

जब कि हमारे पड़ोसी देशो मे पेट्रोल डीजल की कीमते काफी कम है।

वही दुसरी ओर प्रधान मंत्री के लोक प्रिय उज्वला योजना के गृहणीयो की रसोई के चुल्हे से निकले वाले धुये से नही ब्लकि आये दिनो एल पी जी के बढते कीमत व अपनी रसोई खर्च अतिरिक्त मंहगाई की दोहरी मार से अपनी ऑखो निकलते ऑसू पोछते हुए दबी हुई जुबान कह रही है क्या यही अच्छे दिन है।

खैर आप जनता जनार्दन है। अगले साल उत्तर प्रदेश मे विधान सभा के चुनाव आने वाले है ‘ फैसला आप को करना है।
मै तो आप से यह कहते हुए विदा लेते है कि ष् ना ही काहूँ से दोस्ती,
ना ही काहूँ से बैर।
खबरी लाल तो मांगे ‘ सबकी खैर ष् ॥
फिर मिल गे ‘ तीरक्षी नजर से तीखी खबर के संग
तब तक के लिए अलविदा।

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