खेल

भारत की निगाहें डेविस कप प्लेऑफ मुकाबले में रूने की चुनौती से निपटने पर

हिलरोड (डेनमार्क), 02 फरवरी (ऐजेंसी/सक्षम भारत)। भारतीय डेविस कप टीम के लिये विश्व ग्रुप एक में अपना स्थान बचाना चुनौतीपूर्ण होगा जब उसका सामना शुक्रवार से डेविस कप प्लेऑफ मुकाबले में होल्गर रूने की अगुआई वाली डेनमार्क से होगा।

भारतीय टीम में एक भी खिलाड़ी ऐसा नहीं है जो शीर्ष 300 में शामिल हो जबकि दुनिया के नौवें नंबर के खिलाड़ी रूने की मौजूदगी विश्व ग्रुप एक में मेजबान टीम को बरकरार रखने के लिये दावेदार बनायेगी।

भारत ने मार्च 2022 में दिल्ली में डेनमार्क को 4-0 से हराया था लेकिन 19 साल के रूने के होने से टीम की स्थिति अब काफी अलग होगी जो पिछले महीने आस्ट्रेलियाई ओपन के चौथे दौर में पहुंचे थे और उन्होंने 2022 में तीन एटीपी खिताब जीते थे।

भारत को रूने से निपटने के लिये बेहतरीन रणनीति तैयार करनी होगी और डेनमार्क में निचली रैंकिंग के खिलाड़ियों के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन दिखाना होगा जिसमें ऑगस्ट होल्मग्रेन (484 रैंकिंग) और एल्मर मोलर (718 रैंकिंग) शामिल हैं।

टीम ने युकी भांबरी को पहले दिन उतारने का फैसला किया है जो देश के दूसरी सबसे ऊंची रैंकिंग वाले खिलाड़ी हैं ताकि सुमित नागल नंबर एक खिलाड़ी के तौर पर उतर सकें। होल्मग्रेन की रैंकिंग भले ही कम हो लेकिन उन्हें हराना आसान नहीं होगा।

युगल मैच काफी अहमियत रखता है और रोहन बोपन्ना को अपने अनुभव का इस्तेमाल करते हुए टीम की अगुआई करनी होगी।

वर्ष 2019 में नये प्रारूप को शुरू किया गया था और भारतीय टीम विश्व ग्रुप एक में बरकरार रहने में सफल रही लेकिन टीम को अपना स्थान कायम रखने के लिये पुरजोर मशक्कत करनी होगी।

टीम में तीन एकल खिलाड़ी – प्रजनेश गुणेश्वरन (306), रामकुमार रामनाथन (412) और सुमित नागल (509) – हैं जबकि शशि कुमार मुकुंद को शामिल नहीं किया गया।

लेकिन यह हैरानी की बात नहीं है कि कप्तान रोहित राजपाल ने भांबरी को खिलाने का फैसला किया है। वह एटीपी टूर पर एकल प्रारूप छोड़ चुके हैं लेकिन इंडोर कोर्ट (जहां बाहरी कारक जैसे हवा का असर नहीं होता) में इतने अच्छे खिलाड़ी हैं कि उनकी अनदेखी करना मुश्किल है।

युकी रूने के खिलाफ मैच शुरू करेंगे जबकि नागल का सामना होल्मग्रेन से होगा।

इंडोर कोर्ट नया बना है जो थोड़ा धीमा है जिस पर कमर की ऊंचाई जितना उछाल है। कप्तान राजपाल और कोच जीशान अली के अनुसार नागल भारतीय टीम में सबसे तेज तर्रार दिख रहे हैं। नागल पुणे में भी अच्छी फॉर्म में दिखे जहां वह चुनौती देने के बाद हारे।

कप्तान राजपाल ने कहा, ‘‘कमर की ऊंचाई का उछाल ग्रास कोर्ट की तरह हमारे लिये मददगार नहीं होगा। यह जितना कम हो, उतना हमारे लिये बेहतर है। यह उनके ज्यादा मुफीद है इसलिये उन्होंने इस तरह का कोर्ट बनाया है।’’

टीम प्रबंधन ने स्वीकार किया कि टीम मुकाबले से पहले दबाव महसूस कर रही है क्योंकि टीम में एक भी खिलाड़ी शीर्ष 300 में शामिल नहीं है।

दूसरे दिन बोपन्ना और युकी का सामना जोहोनेस इंजिल्डसेन और क्रिस्टियन सिग्सगार्ड से होगा। हालांकि मेजबान अगर चाहे तो दूसरे दिन भी रूने को उतार सकती है।

 

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