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शीना बोरा हत्या मामला: उच्चतम न्यायालय ने आरोपी इंद्राणी मुखर्जी को दी जमानत

नई दिल्ली, 18 मई (ऐजेंसी/सक्षम भारत)। उच्चतम न्यायालय ने इंद्राणी मुखर्जी को उनकी बेटी शीना बोरा की हत्या के मामले में बुधवार को जमानत दे दी। वह मामले में मुख्य आरोपी हैं। न्यायमूर्ति एल. नागेश्वर राव, न्यायमूर्ति बी. आर. गवई और न्यायमूर्ति ए. एस. बोपन्ना की पीठ ने कहा कि इस मामले की सुनवाई जल्द पूरी होने की संभावना नहीं है।

पीठ ने कहा, ‘‘याचिकाकर्ता के खिलाफ आरोप लगाए गए हैं कि उन्होंने अपनी बेटी के राहुल मुखर्जी के साथ प्रेम संबंध होने के कारण उसकी हत्या की साजिश रची। राहुल पीटर मुखर्जी और उनकी पूर्व पत्नी के बेटे हैं।’’ उसने कहा, ‘‘हम याचिका के गुण-दोष पर कोई टिप्पणी नहीं कर रहे हैं। अगर अभियोजन पक्ष 50 प्रतिशत गवाह भी पेश कर देता है, तो भी मुकदमा जल्द खत्म नहीं होगा। निचली अदालत के संतुष्ट होने पर उन्हें जमानत पर रिहा किया जाएगा। पीटर मुखर्जी पर लागू की गईं शर्तें उन पर भी लागू होंगी।’’

इंद्राणी मुखर्जी अगस्त 2015 में गिरफ्तारी के बाद से मुंबई के भायखला महिला कारागार में बंद हैं। इंद्राणी मुखर्जी की ओर से अदालत में वरिष्ठ अधिवक्ता मुकुल रोहतगी पेश हुए। रोहतगी ने कहा कि मुकदमे पर सुनवाई जल्द पूरी नहीं होने वाली है, क्योंकि इसमें बड़ी संख्या में गवाहों से जिरह की जानी बाकी है। शीना बोरा की हत्या के मामले की सुनवाई कर रही केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की विशेष अदालत कई बार इंद्राणी की जमानत याचिका खारिज कर चुकी है।

गौरतलब है कि मुखर्जी, उसके चालक श्यामवर राय और पूर्व पति संजीव खन्ना ने अप्रैल 2012 में एक कार में शीना बोरा (24) की कथित तौर पर गला घोंटकर हत्या कर दी थी। उसका शव महारष्ट्र के रायगढ़ जिले के एक जंगल में जला दिया गया था। इस साजिश का हिस्सा होने के आरोप में पूर्व मीडिया दिग्गज पीटर मुखर्जी को भी गिरफ्तार किया गया था। उन्हें फरवरी 2020 में उच्च न्यायालय ने जमानत दे दी थी। हालांकि जेल में बंद रहने के दौरान ही उन्होंने इंद्राणी मुखर्जी से तलाक ले लिया था।

दो मई 2012-
महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के जंगल में एक लड़की की अधजली लाश मिली, लोगों की सूचना पर पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पहचान कराने की कोशिश की, लेकिन पहचान नहीं होने पर सैंपल लेकर फॉरेंसिक रिपोर्ट के लिए भेज दी। लाश का अंतिम संस्कार कर दिया।

21 अगस्त 2015-
मुंबई पुलिस ने अवैध रूप से हथियार रखने के मामले में इंद्राणी मुखर्जी के ड्राइवर 43 वर्षीय श्याम मनोहर राय को गिरफ्तार किया। पूछताछ में तो श्याम मनोहर राय ने 2012 में हुई एक हत्या में शामिल होने की बात को स्वीकार की।

ड्राइवर के बयान पर जांच शुरू-
श्याम मनोहर राय ने पुलिस को बताया कि अप्रैल 2012 में एक लड़की की हत्या करने के बाद उसने शव को रायगढ़ के जंगलों में जलाने की कोशिश की और फिर अधजली लाश को दफनाकर वहां से निकल आया। उसके बयान पर पुलिस जांच में जुटी। उसके बताए स्थान पर खुदाई में एक महिला की लाश के कुछ अवशेष मिले।

केस में हुई मुखर्जी फैमली की इंट्री-
ड्राइवर ने बताया कि वह पीटर मुखर्जी की पत्नी इंद्राणी मुखर्जी का ड्राइवर था। इंद्राणी के कहने पर ही उसने उनकी बेटी शीना बोरा को गला दबाकर हत्या कर दी। इतना ही नहीं किसी को इस बारे में पता ना चले इसलिए लाश रायगढ़ के जंगल में दफना दिया। इस खुलासे के बाद मुंबई पुलिस ने इंद्राणी मुखर्जी को मुंबई में उसके घर से गिरफ्तार किया।

पहले इंकार फिर कबूली हत्या की बात-
गिरफ्तारी के बाद शुरुआती दिनों में इंद्राणी मुखर्जी अपने ऊपर लगे आरोपों से इनकार करती रही। वह यह भी कह रही थी कि शीना उसकी बहन है और तीन साल से अमेरिका में रह रही है। लेकिन मुंबई पुलिस ने जब श्याम मनोहर राय और उसका सामना कराया तो वो बेटी की हत्या करने की बात कबूल कर ली।

चलती कार में गला दबाकर शीना की हत्या-
जांच में यह बात सामने आई कि इंद्राणी और शीना के बीच संबंध अच्छे नहीं थे। शीना इंद्राणी के पहले पति की संतान थी। जिसका बाद में अपने सौतले भाई से संबंध बन गया था। यह बात भी सामने आई कि शीना इंद्राणी से मुंबई में एक फ्लैट की मांग कर रही थी। जिसके बाद इंद्राणी ने शीना को मारने के लिए अपने ड्राइवर के साथ साजिश रची। 2 मई 2012 में इंद्राणी ने शीना को बांद्रा में मिलने के लिए बुलाया। फिर उसे कार में बैठाया। कार में ड्राइवर श्याम राय के अलावा एक शख्स और था। इसके बाद कार में ही शीना की गला दबा कर हत्या कर दी गई।

100 किलोमीटर जंगल में छिपाया शव-
शीना की हत्या के बाद इंद्राणी के कहने पर ड्राइवर मनोहर राय लाश को मुंबई से 100 किलोमीटर दूर रायगढ़ के जंगल में लेकर पहुंचा। पहले तो उसने जलाने की कोशिश की, लेकिन फिर बाद में उसे दफना दिया। इस मामले में पुलिस ने इंद्राणी के पति पीटर मुखर्जी और बेटे राहुल से भी पूछताछ की। बाद में पीटर को गिरफ्तार भी किया। हालांकि अब उन्हें जमानत मिल चुकी है। बता दें कि पीटर मुखर्जी भारतीय टीवी इंड्रस्टी का जाना पहचाना नाम है।

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