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प्रधानमंत्री के स्तुतिगान में लगे रहने से प्रजातंत्र का विनाश हो जाएगा: कांग्रेस

नई दिल्ली, 27 अगस्त (ऐजेंसी/सक्षम भारत)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हमेशा खलनायक की तरह पेश नहीं करने से जुड़े जयराम रमेश के बयान और इसका कुछ कांग्रेस नेताओं द्वारा समर्थन करने की पृष्ठभूमि में मुख्य विपक्षी पार्टी ने मंगलवार को कहा कि अगर विपक्ष प्रधानमंत्री एवं सरकार के स्तुतिगान में लग जाएगा तो देश में प्रजातंत्र का विनाश हो जाएगा। पार्टी के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने यह भी कहा कि कांग्रेस के नेताओं को अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए। प्रधानमंत्री मोदी के संदर्भ में कांग्रेस के कुछ नेताओं के बयान के बारे में पूछे जाने पर शर्मा ने संवाददाताओं से कहा, भाजपा में जो नहीं होता वो हमारे यहां होता है। हमारे लोग अपनी सोच जाहिर करते हैं और बयान देते हैं। मैं किसी व्यक्ति विशेष के संदर्भ में बात नहीं कर रहा हूं। एक चीज स्पष्ट है कि हमने किसी को खलनायक की तरह पेश नहीं किया। लेकिन प्रधानमंत्री, अमित शाह और भाजपा के नेताओं ने हमारे नेताओं को खलनायक की तरह पेश किया। उन्होंने दावा किया, भाजपा के लोगों ने पंडित जवाहरलाल नेहरू, देश के लिए शहीद होने वाली इंदिरा गांधी एवं राजीव गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के बारे में अपमानजनक बातें की हैं। सोशल मीडिया और दूसरे माध्यमों से वे लोग कांग्रेस के बारे में ऐसी बातें कर रहे हैं जो नहीं होनी चाहिए। इसलिए सवाल उनसे किया जाना चाहिए। इसी विषय से जुड़े एक सवाल के जवाब में शर्मा ने कहा, अगर विपक्ष स्तुतिगान में लग जाएगा तो प्रजातंत्र का विनाश हो जाएगा। प्रधानमंत्री मोदी के बारे में बयान को लेकर कांग्रेस सांसद शशि थरूर से पार्टी की केरल इकाई द्वारा स्पष्टीकरण मांगने की खबर पर शर्मा ने कहा कि केरल कांग्रेस को अपना वक्तव्य जारी करने का अधिकार है। साथ ही उन्होंने कहा, यह महासचिव प्रभारी मुकुल वासनिक का मामला है। मैं प्रभारी महासचिव नहीं हूं जो इस बारे में बातें करूं। यह पूछे जाने पर कि क्या वह ऐसे नेताओं को नसीहत देंगे तो शर्मा ने कहा, मैं सिर्फ बयान जारी करता हूं, नसीहत देना बंद कर दिया है। हर नेता को अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए। दरअसल, कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने गत बुधवार एक पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शासन का मॉडल पूरी तरह नकारात्मक गाथा नहीं है और उनके काम के महत्व को स्वीकार नहीं करके और हर समय उन्हें खलनायक की तरह पेश करके कुछ हासिल नहीं होने वाला है। बाद में थरूर और अभिषेक मनु सिंघवी सरीखे नेता रमेश के बयान के समर्थन में शुक्रवार को सामने आए और कहा कि व्यक्ति की नहीं, बल्कि सरकार की नीतियों एवं गलतियों की आलोचना होनी चाहिए।

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