व्यापार

घरेलू बिक्री में कमी, वैश्विक परिस्थिति से प्रभावित हो सकती है मूल्यवर्धन क्षमता: मारुति

नई दिल्ली, 04 अगस्त (सक्षम भारत)। देश की सबसे बड़ी यात्री कार कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया ने कहा है कि घरेलू बाजार में मांग में कमी आने तथा वैश्विक स्तर पर संरक्षणवाद के कारण निकट भविष्य में मूल्यवर्धन की उसकी क्षमता प्रभावित हो सकती है। कंपनी की बिक्री जुलाई महीने में 33.50 प्रतिशत गिरकर 1,09,264 इकाइयों पर आ गयी। कंपनी ने 2018-19 की वार्षिक रिपोर्ट में कहा, भारत विश्व का पांचवां सबसे बड़ा कार बाजार बन चुका है। हालांकि देश में यात्री कारों की पहुंच अभी मात्र तीन प्रतिशत है, जबकि देश की आबादी 1.30 अरब को पार करने वाली है। यह कंपनी के लिए वृद्धि का अच्छा अवसर मुहैया कराती है। कंपनी ने कहा, हालांकि अभी कुछ ऐसी चुनौतियां हैं जो निकट भविष्य में उसकी मूल्यवर्धन क्षमता को प्रभावित कर सकती हैं। कंपनी ने कहा, इनमें घरेलू बाजार में मांग में नरमी, विभिन्न देशों द्वारा संरक्षणवादी कदम उठाये जाने से भारतीय अर्थव्यवस्था का प्रभावित होना, जिंसों की कीमतों में अनिश्चितता तथा विदेशी मुद्रा विनिमय दर में उतार चढ़ाव शामिल है। मारुति ने कहा कि कंपनी मध्यम एवं दीर्घावधि में अवसरों का लाभ उठाने के लिये आवश्यक चीजों पर काम जारी रखेगी। कंपनी के चेयरमैन आर.सी.भार्गव ने नरमी को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि इस तरह की गिरावट पूरी दुनिया में समय समय पर आते रहती है। उन्होंने कहा, ऐसे मौके चुनौतियों के साथ ही यह समीक्षा करने का अवसर देते हैं कि हम क्या कर रहे हैं। इससे हम अधिक प्रभावी एवं दक्ष बनने के तरीके सीखते हैं। उन्होंने कहा, मेरा मानना है कि हम गिरावट के चक्र तथा अर्थव्यवस्था के सबसे निचले बिंदु पर हैं और निकट भविष्य में कार की बिक्री में तेजी आने लगेगी। वित्त वर्ष 2020-21 में आप कंपनी को पुनः वृद्धि की सामान्य रफ्तार को हासिल करते देखेंगे।

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