खाड़ी में यूरोपीय बलों का बेड़ा भेजने का प्रस्ताव उकसाने वाला: ईरान
तेहरान, 28 जुलाई (सक्षम भारत)।
ईरान ने रविवार को खाड़ी में टैंकरों के साथ चलने के लिए यूरोप की अगुवाई वाले नौसैनिक मिशन के ब्रिटेन के प्रस्ताव को उकसाने वाला करार देते हुए इसका कड़ा विरोध किया। जहाजों की जब्ती के मुद्दे पर पहले से कायम तनाव के बीच ईरान ने ब्रिटेन पर निशाना साधा है। सरकारी प्रवक्ता अली रबीई ने कहा, हमने सुना है कि वह फारस की खाड़ी में यूरोपीय बेड़ा भेजने वाले हैं, जो स्वाभाविक तौर पर एक प्रतिकूल संदेश है, उकसावे भरा है और इससे तनाव बढ़ेगा। ब्रिटेन ने सोमवार को कहा था कि वह 19 जुलाई को ईरान द्वारा उसके तेल टैंकर को कब्जे में लेने के जवाब में यूरोपीय नेतृत्व वाले एक बल को खाड़ी में भेजने पर विचार कर रहा है। स्टेना इम्पेरो नाम के इस तेल टैंकर को ईरान ने तब जब्त किया था जब इससे दो हफ्ते पहले ब्रिटिश अधिकारियों ने ग्रेस वन नाम के एक ईरानी टैंकर को जब्त कर लिया था। ग्रेस वन पर आरोप था कि वह सीरिया पर यूरोपीय संघ (ईयू) के प्रतिबंधों का उल्लंघन कर रहा है। ईरान के सरकारी प्रवक्ता ने रविवार को कहा कि ईरान का मानना है कि क्षेत्र के देशों को तेल संपन्न खाड़ी क्षेत्र की सुरक्षा बरकरार रखनी होगी। अली ने कहा, हम फारस की खाड़ी में समुद्री सुरक्षा के सबसे बड़े एजेंट हैं। ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने कहा कि ऐसे बल से मामला और बिगड़ेगा ही। तेहरान में ओमान के विदेश राज्य मंत्री यूसुफ बिन अलावी से वार्ता के बाद रूहानी ने कहा, विदेशी बलों की मौजूदगी से क्षेत्र की सुरक्षा में मदद नहीं मिलेगी और यह तनाव का मुख्य स्रोत होगा।