राजनैतिकशिक्षा

एक बार फिर महंगाई का झटका

-निधि जैन-

-: ऐजेंसी सक्षम भारत :-

सरकार को चुनाव की चिंता है इलेक्शन में करोड़ों रुपए बहा देंगे पानी करते हैं लेकिन महंगाई पर ध्यान नहीं देते, क्या बात है? दिल्लीवालों को एकबार फिर महंगाई का झटका लगा है क्योंकि हाल ही में राजधानी में रसोई गैस की कीमतों में 50 रुपये की वृद्धि की गई है व गैस में ही नहीं बल्कि पेट्रोल के दामों में भी वृद्धि हुई है। इस बढ़ोतरी के बाद राजधानी में एलपीजी सिलिंडर की कीमत 719 से बढ़कर 769 रुपये कर दी गई है। वहीं दिल्ली में गैर-सब्सिडी वाले घरेलू एलपीजी सिलिंडर यानी 14.2 द्मद्द की कीमतों में 50 रुपये की वृद्धि की गई है। बहरहाल सरकारी तेल कंपनियों ने लगातार पेट्रोल डीजल के में वृद्धि कर दी है। इस बढ़ोत्तरी के बाद कई शहरों में पेट्रोल के दाम 100 रुपये प्रति लीटर के करीब पहुंच गये है। देश के मेट्रो शहरों में पेट्रोल की कीमतें 25-30 पैसे तक बढ़ाई गई हैं, वहीं डीजल के दामों में 35 पैसे तक की बढ़ोतरी की गई है। पेट्रोल और डीजल की कीमतों में रोजाना सुबह 6 बजे बदलाव होता है व सुबह 6 बजे से ही नई दरें लागू हो जाती हैं। पेट्रोल डीजल के दाम में एक्साइज ड्यूटी, डीलर कमीशन और अन्य चीजें जोड़ने के बाद इसका दाम लगभग दोगुना हो जाता है एंव विदेशी मुद्रा दरों के साथ अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड की कीमतें क्या हैं, इस आधार पर रोज पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बदलाव होता है। पिछले साल दिसंबर से लेकर अब तक सिलेंडर के दाम में कई बार बढ़ोतरी हुई है तथा इससे पहले 4 फरवरी को भी सिलेंडरों के दाम 694 रुपये से बढ़ाकर 719 रुपये कर दिया गया था। उल्लेखनीय है कि पेट्रोल और डीजल पर टैक्स बढ़ाना या कम करना सरकार की जरूरतों और मार्केट की स्थिति जैसे कई पहलुओं पर निर्भर करता है लेकिन सरकार को बढ़ते दामों पर अवश्य ही ध्यान देना चाहिए क्योंकि बढ़ते दामों का असर हर वर्ग के लोगों की आमदनी पर पड़ता है। जिसके कारण उनके घर का बजट प्रभावित होता हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *