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पीएम मोदी ने चैधरी चरण सिंह के जरिये आंदोलनकारी किसानों को दिया जवाब

नई दिल्ली, 08 फरवरी (ऐजेंसी/सक्षम भारत)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर राज्यसभा में सोमवार को सदन के सदस्यों को संबोधित किया। पीएम ने नए कृषि कानूनों को लेकर आंदोलनकारी किसानों को चैधरी चरण सिंह के बयान के जरिये जवाब दिया। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में 12 करोड़ छोटे किसानों का जिक्र कर आंदोलन में शामिल बड़े किसानों पर निशाना साधा। पीएम मोदी ने कहा कि सदन में जितनी बातें की गईं वह किसान आंदोलन को लेकर थीं। किस बात को लेकर आंदोलन रहा वह मौन रहे। पीएम ने कहा कि जो मूलभूत बात है उस पर चर्चा होता तो अच्छा रहता। पीएम ने कहा कि हमारे कृषि मंत्री ने कृषि कानून को लेकर अच्छे तरीके से सदन में चर्चा की है।

पीएम मोदी ने खेती की मूलभूत समस्या और जड़ पर चर्चा करते हुए चैधरी चरण सिंह का जिक्र किया। पीएम ने कहा कि बहुत से लोग है जो चैधरी चरण सिंह की विरासत संभालने का दंभ भरते हैं। पीएम ने कहा कि छोटे किसानों की दयनीय स्थिति चैधरी चरण सिंह जी की हमेशा पीड़ा होती थी। वह हमेशा उनकी चिंता करते थे।

पीएम मोदी कहा चैधरी चरण सिंह के हवाले से कहा किसानों का सेंसस लिया गया तो 33 परसेंट किसान ऐसे हैं जिनके पास जमीन दो बीघा से कम है, 2 बीघे नहीं है, 2 बीघे तक है। 18 फीसदी किसानों के पास 2 बीघा से 4 बीघा तक जमीन है यानी आधा हेक्टेयर से। 51 फीसदी ऐसे किसान हैं जिनका गुजर बसर अपनी छोटी सी जमीन पर इनकी गुजर जमीन से नहीं हो सकती है।

ऐसे किसान जिनके पास 1 हेक्टेयर से भी कम जमीन होती है, 1971 में इनकी आबादी 51 फीसदी थी। इनकी संख्या आज 68 फीसदी हो चुकी है। पीएम ने कहा कि देश में आज ऐसे किसानों की संख्या बढ़ रही है जिनके पास बहुत थोड़ी सी जमीन है। आज लघु और सीमांत किसानों को मिलाएं तो 86 फीसदी किसानों के पास 1 हेक्टेयर से कम जमीन है। ऐसे किसानों की संख्या 12 करोड़ है। पीएम ने कहा कि क्या इन 12 करोड़ किसानों के प्रति हमारी कोई जिम्मेदारी नहीं है।

पीएम ने सदन में चर्चा को लेकर पूर्व पीएम एचडी देवगौड़ा को धन्यवाद दिया। पीएम ने कहा कि उन्होंने चर्चा को गंभीरता दी है। उन्होंने किसानों को लेकर सरकार के किए गए अच्छे प्रयासों की सराहना की।

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