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मणिपुर को लेकर संवैधानिक जिम्मेदारी भूल गए मोदी : खडगे

नई दिल्ली, 20 जुलाई (ऐजेंसी/सक्षम भारत)। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे कहा है कि मणिपुर जल रहा है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी सारी संवैधानिक जिम्मेदारी भूल कर मणिपुर की स्थिति पर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं। श्री खडगे ने कहा कि मानवता और संवेदनशीलता अगर मरी नहीं है, तो मणिपुर को लेकर प्रधानमंत्री को अपनी जिम्मेदारी समझते हुए देश को वहां की असली स्थिति बतानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि मणिपुर में मानवता मर गयी है। केंद्र की मोदी सरकार और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मणिपुर के नाजुक सामाजिक ताने-बाने को नष्ट करके लोकतंत्र और कानून के शासन को भीड़तंत्र में बदल दिया है।
उन्होंने प्रधानमंत्री को संबोधित करते हुए कहा, “नरेंद्र मोदी जी, भारत आपकी चुप्पी को कभी माफ नहीं करेगा। यदि आपकी सरकार में ज़रा भी विवेक या शर्म बची है, तो आपको संसद में मणिपुर के बारे में बोलना चाहिए और केंद्र तथा राज्य दोनों में अपनी दोहरी अक्षमता के लिए दूसरों को दोष दिए बिना देश को बताना चाहिए कि क्या हुआ। आपने अपनी संवैधानिक ज़िम्मेदारी छोड़ दी है। संकट की इस घड़ी में हम मणिपुर के लोगों के साथ खड़े हैं।”
इससे पहले कांग्रेस के संचार विभाग की प्रभारी जयराम रमेश ने कहा, “मणिपुर में बड़े पैमाने पर जातीय हिंसा को भड़के 78 दिन हो गए हैं। दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर के घुमाने और कथित तौर पर उनके साथ बलात्कार की भयावह घटना के 77 दिन हो गए हैं। अज्ञात लोगों के ख़िलाफ़ प्राथमिकी दर्ज़ किए जाने के 63 दिन बाद भी अपराधी अभी तक पकड़े नहीं गए हैं। राज्य में इंटरनेट बंद होने के कारण देश के बाकी राज्यों के लोगों का ज़रा भी अंदाज़ा नहीं था कि मणिपुर में इतनी भयानक घटना घटी है। लेकिन यह बिल्कुल क्षमा किए जाने योग्य नहीं है कि महिला एवं बाल विकास मंत्री ने मणिपुर के मुख्यमंत्री से बात करने या मामले पर बयान देने के लिए 76 दिनों तक इंतज़ार किया।”
उन्होंने सवाल किया, “क्या केंद्र सरकार, गृह मंत्री या प्रधानमंत्री को इसकी जानकारी नहीं थी।मोदी सरकार ‘अल इस वेल’ का दिखावा कब बंद करेगी। मणिपुर के मुख्यमंत्री को कब हटाया जाएगा। ऐसी और कितनी घटनाओं को दबाया गया है।आज से मानसून सत्र शुरू होगा, इंडिया जवाब मांगेगा। चुप्पी तोडिए प्रधानमंत्री जी।”

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