खेल

स्थालकर बनीं एफआईसीए की पहली महिला अध्यक्ष

न्योन, 21 जून (ऐजेंसी/सक्षम भारत)। पूर्व ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी लिज़ा स्थालकर फ़ेडरेशन ऑफ इंटरनेशनल क्रिकेटर्स एसोसियेशन (एफआईसीए) की पहली महिला अध्यक्ष बन गयी हैं।
स्विट्ज़रलैंड के न्योन में एफआईसीए की कार्यकारी समिति की बैठक के दौरान स्थालकर की नियुक्ति की पुष्टी की गयी। स्थालकर से पहले इस पद पर दक्षिण अफ्रीका के पूर्व बल्लेबाज़ बैरी रिचर्ड्स, पूर्व कैरिबियाई ऑल-राउंडर जिम्मी एडम्स और इंग्लैंड के पूर्व बल्लेबाज़ विक्रम सोलंकी रह चुके हैं।
42 वर्षीय स्थालकर 187 अंतरराष्ट्रीय मैचों में टीम का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं। 2010 टी20 विश्व कप फाइनल में ऑस्ट्रेलिया को जीत दिलाने में स्थालकर का महत्वपूर्ण योगदान रहा था। उन्हें 2007 और 2008 में प्रतिष्ठित बेलिंडा क्लार्क पुरस्कार से भी नवाज़ा जा चुका है, जो ऑस्ट्रेलिया की सर्वश्रेष्ठ अंतरराष्ट्रीय महिला खिलाड़ी को दिया जाता है।
अध्यक्ष चुने जाने के बाद स्थालकर ने कहा, “एफआईसीए की नई अध्यक्ष बनकर बेहद सम्मानित और उत्साहित हूं। हम खेल के एक नए चरण में प्रवेश कर रहे हैं जिसमें हमारे पुरुष और महिला खिलाड़ियों के लिए पहले से कहीं अधिक क्रिकेट शामिल है। पहले से ज्यादा देश इस खेल को खेल रहे हैं जो दर्शाता है कि क्रिकेट निश्चित रूप से एक वैश्विक खेल बनता जा रहा है।”
उन्होंने कहा, “मैं अपने सदस्य खिलाड़ी संघों और खिलाड़ियों की ओर से काम करने के लिए उत्सुक हूं। विशेष रूप से आईसीसी के साथ काम करने के लिए उत्सुक हूं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सभी खिलाड़ियों के अधिकार सुरक्षित हैं और वे हमारे खेल को और भी बेहतर बनाने के लिए अधिकारियों के साथ साझेदारी में काम कर सकते हैं।”
स्थालेकर ने 2001 में ऑस्ट्रेलिया के लिए पदार्पण किया। उन्होंने 125 एकदिवसीय मैचों में दो शतक और 16 अर्द्धशतक के साथ 2728 रन बनाए। अपनी ऑफस्पिन गेंदबाजी की बदौलत वह अब भी एकदिवसीय क्रिकेट में विकेट लेने वालों की सूची में शीर्ष 10 में बनी हुई हैं।
स्थालेकर ने 2013 में विश्व कप विजेता के रूप में अपना करियर समाप्त किया। उन्होंने वेस्ट इंडीज के खिलाफ फाइनल में 20 रन देकर 2 विकेट लिए। वह 2021 में ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट हॉल ऑफ फ़ेम में शामिल होने वाली केवल चौथी महिला भी बनीं।
एफआईसीए के कार्यकारी अध्यक्ष हीथ मिल्स ने कहा, “लिज़ा इस पद के लिये स्पष्ट रूप से सर्वश्रेष्ठ उम्मीदवार थीं। उनकी साख एक पूर्व खिलाड़ी और प्रसारक दोनों के रूप में अद्वितीय है। एफआईसीए के एक स्वतंत्र निदेशक और ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर्स एसोसिएशन के बोर्ड में उनकी पिछली भूमिकाएं खिलाड़ियों के संघ आंदोलन और खिलाड़ी अधिकारों को आगे बढ़ाने के लिए उनकी लंबे समय से चली आ रही प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करती हैं।”

 

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *