पंचामृत में गणपति विसर्जन करें: राजेश्वरानंद
नई दिल्ली, 12 सितंबर (ऐजेंसी/सक्षम भारत)। गणपति विसर्जन नदियों-तालाबो में न करके पंचामृत में करके शुभलाभ प्राप्त करें यह विचार स्वामी श्री राजेश्वरानंद जी महाराज ने श्रीराजमाता झंडेवाला मन्दिर गोरखपार्क शाहदरा में गणेश विसर्जन के दिन दिए।
संस्थान के सहप्रबन्धक राम वोहरा ने बताया कि स्वामी राजेश्वरानंद जी महाराज द्वारा निर्देशित पंचामृत में गणपति विसर्जन को भक्तजनो ने ह्रदय से स्वीकार करते हुए जगतपुरी, झिलमिल, दिलशाद गार्डन के साथ साथ अनेक जगहों पर गली मोहल्ले में जलपात्र बनाकर गणेश विसर्जन किया। भक्तजनो ने गंगाजल, दूध, दही, शहद, गुलाबजल के अलावा गुलाब की पंखुड़ियों से परिपूर्ण जल में भावपूर्ण ढंग से गणेश विसर्जन किया। हर जगह पर इस प्रकार की विधि विधान को मुक्तकंठ से प्रशंसा प्राप्त हुई।
स्वामी श्री राजेश्वरानंद जी ने कहा कि जो कार्य हमको स्वयं के लिए पसन्द नहीं है उसको हम अपने आराध्य देवी देवताओं के लिए कैसे प्रयोग कर सकते है।गन्दे जल में हम खुद तो हाथ धोना पसन्द नहीं करते दूसरी तरफ गणेश विसर्जन कैसे किया जाए।हम जहाँ भी मेहमान बनते हैं तो अपनी विदाई ससम्मानित ढंग से चाहते तो तो फिर गणपति बप्पा की विदाई इस प्रकार से क्यों करें जिससे कुछ समय बाद यही प्रतिमा टुकड़ो में नदी के किनारे पर तिरस्कृत हो रही हो।
गणपति प्रतिमा का अपमान, जल प्रदूषण आदि अनेक प्रकार से बचाव के लिए गणपति विसर्जन क्षीर सागर के प्रतिरूप यानी पंचामृत में करके सन्देश दे जल हैं तो जीवन है फिर इसी जल का सदुपयोग करके इनको पार्क की सिंचाई के काम लाया जाए तो गणपति कैसे प्रकृति की रक्षा का सन्देश देते हुए विदा होंगे। गणपति प्रतिमा की मिट्टी से ही एक पौधा गणपति बप्पा के नाम का लगाए जिससे गणपति पूरा वर्ष हमारे साथ रहे। स्वामी राजेश्वरानंद जी महाराज ने आज अनेक स्थानों पर पहुंचकर क्षीर सागर यानी पंचामृत में गणपति विसर्जन करवाया जिससे श्रद्धालुओं में खुशी की लहर दौड़ गई।
मीरा मॉडल स्कूल की प्रधानाचार्या साधना भल्ला ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी गणमान्य अतिथियों का स्वागत किया और प्रतियोगिता में आए सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएं दीं। इस प्रतियोगिता में दिल्ली के 16 विद्यालयों के विद्यार्थियों ने भाग लिया। कार्यक्रम के आरंभ सभी अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित किया गया। विद्यालय की संगीत शिक्षिका डॉ. नेहा सिंह के निर्देशन में विद्यार्थियों ने साक्षरता पर आधारित गीत प्रस्तुत किया। तत्पश्चात विद्यालय की थिएटर टीम द्वारा किन्नर विमर्श को रेखांकित करता हुआ नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया। विद्यालय के दसवीं कक्षा के विद्यार्थी यविष्ठ मक्कड़ द्वारा स्कूल में बच्चों नाम लिखाओ कविता के वाचन के पश्चात प्रतियोगिता का आरंभ हुआ।
इसमें सैंट थॉमस गर्ल्स सीनियर सेकंडरी स्कूल, मन्दिर मार्ग से देवांशी गर्ग, सैंट फ्रांसिस डी सेल्स स्कूल, जनकपुरी से मान्या चावला, माउंट आबू पब्लिक स्कूल से मनस्वी सिन्हा, सचदेवा पब्लिक स्कूल, पीतमपुरा से मन्नत खंडेलवाल, स्प्रिंगडेल्स स्कूल, पूसा रोड़ से मुस्कान नय्यर, रामजस स्कूल, पूसा रोड़ से प्रियांशी शर्मा, आधारशिला विद्यापीठ, पीतमपुरा से ध्वनिका अग्रवाल, बाल भारती स्कूल, गंगा राम हॉस्पिटल मार्ग से सुहानी ग्रोवर, एस.एस मोता सिंह, पश्चिम विहार से दीक्षा, जी.टी.बी. थर्ड सेंटेनरी पब्लिक स्कूल, मानसरोवर गार्डन से हर्षवर्द्धन सिंह चैहान, न्यू एरा पब्लिक स्कूल, मायापुरी से अजितेश दास, एस.एस. मोता सिंह, जनकपुरी से तवनीत कौर, कोलंबिया फाउंडेशन, विकास पुरी से इशिता यादव, माउंट कारमेल स्कूल द्वारका से आद्या कश्यप, मानव स्थली, राजेन्द्र नगर से शिवानी गुप्ता, अरविंद गुप्ता डी.ए.वी. स्कूल, मॉडल टाउन से दीपांविता बिस्वास ने साक्षरता, महिला सशक्तिकरण एवं अन्य सामाजिक विषयों पर लिखी अपनी स्व-रचित कविताओं का पाठ किया।
प्रतियोगिता में अरविंद गुप्ता डी.ए.वी. स्कूल, मॉडल टाउन से दीपांविता बिस्वास को प्रथम पुरस्कार, न्यू एरा पब्लिक स्कूल, मायापुरी से अजितेश दास को द्वितीय पुरस्कार एवं जी.टी.बी. थर्ड सेंटेनरी पब्लिक स्कूल, मानसरोवर गार्डन से हर्षवर्द्धन सिंह चैहान को तृतीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया।विद्यालय की उप-प्रधानाचार्या मीनाक्षी सन्त ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी गणमान्य अतिथियों, प्रतिभागियों एवं सहगामी अध्यापक-अध्यापिकाओं को कार्यक्रम की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए धन्यवाद दिया। विद्यालय के ग्यारहवीं कक्षा के विद्यार्थियों जसमीत कौर और दक्ष मेहता ने कार्यक्रम का सफलतापूर्वक संचालन किया।