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भारतीय क्रिकेट की ‘रीढ़’ रणजी ट्राफी दो साल बाद बायो बबल में वापसी को तैयार

अहमदाबाद, 16 फरवरी (ऐजेंसी/सक्षम भारत)। देश में कोविड-19 की स्थिति में सुधार के बाद भारतीय क्रिकेट की रीढ़ रणजी ट्राफी की दो साल बाद गुरुवार को जैव सुरक्षित वातावरण (बायो बबल) में वापसी होगी जिसमें कई घरेलू क्रिकेटरों को लंबी अवधि की क्रिकेट में अपना जलवा दिखाने तो अंजिक्य रहाणे और चेतेश्वर पुजारा जैसे अनुभवी खिलाड़ियों को अपने टेस्ट करियर की संभावनाओं को बरकरार रखने का मौका मिलेगा।

कोविड-19 की तीसरी लहर के कारण देश की प्रमुख घरेलू प्रतियोगिता पर लगातार दूसरे साल खतरा मंडराने लगा था लेकिन संक्रमण में कमी आने के बाद भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने इसका आयोजन करने का फैसला किया। प्रतियोगिता में 38 टीम भाग लेंगी और ऐसे में बायो बबल में हर तरह की तैयारियां करना चुनौती है।

सभी की निगाहें मौजूदा चैंपियन सौराष्ट्र और 41 बार के विजेता मुंबई के बीच होने वाले मैच पर टिकी रहेंगी जिसमें रहाणे और पुजारा आमने-सामने होंगे। इन दोनों का लक्ष्य बड़ा स्कोर बनाना होगा क्योंकि टेस्ट स्तर पर वह पिछले लंबे समय से ऐसा नहीं कर पाये हैं।

ये दोनों अनुभवी बल्लेबाज नेट्स पर कड़ी मेहनत कर रहे हैं और उनके कोच को लगता है कि वे बड़ी पारियां खेलेंगे। रहाणे और पुजारा को तुरंत ही प्रभाव छोड़ना होगा क्योंकि श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला के लिये टीम की घोषणा जल्द की जानी है।

प्रतियोगिता देश के नौ स्थानों पर होगी जहां नौ बायो बबल तैयार किये गये हैं। खिलाड़ियों को पांच दिन तक पृथकवास पर रहना पड़ा जिसके कारण उन्हें गुरुवार से शुरू होने वाले पहले दौर के मैचों से पहले केवल दो दिन अभ्यास का समय मिला।

लेकिन खिलाड़ी शिकायत करने के मूड में नहीं हैं। उन्हें खुशी है कि दो सत्र तक सीमित ओवरों के प्रारूप में खेलने के बाद आखिर उन्हें सबसे चुनौतीपूर्ण प्रारूप में खेलने का मौका मिल रहा है।

दिल्ली के कोच राजकुमार शर्मा ने कहा, ‘‘यह बहुत अच्छा है कि लाल गेंद से क्रिकेट फिर से शुरू हो रहा है। खिलाड़ियों को पिछले दो वर्षों में वित्तीय और कौशल के लिहाज से काफी नुकसान हुआ। वे सभी इस चुनौती के लिये तैयार हैं। ‘‘

यह सबसे कम अवधि का प्रथम श्रेणी सत्र होगा जिसमें प्रत्येक टीम को केवल तीन लीग मैच खेलने को मिलेंगे। ऐसे में उनकी मैच फीस प्रभावित होगी और उन्हें गलती सुधारने के ज्यादा मौके भी नहीं मिलेंगे।

एलीट वर्ग में कुल आठ ग्रुप बनाये गये हैं जिसमें से प्रत्येक ग्रुप में चार टीम रखी गयी हैं जबकि प्लेट ग्रुप में छह टीम हैं। एकमात्र प्री क्वार्टर फाइनल को छोड़कर नॉकआउट चरण के मैच इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के बाद 30 मई से शुरू होंगे।

प्रियांक पांचाल, अभिमन्यु ईश्वरन और हनुमा विहारी जैसे खिलाड़ियों पर भी निगाहें टिकी रहेंगी। भारत के अंडर-19 टीम के खिलाड़ियों यश धुल और राज अंगद बावा को प्रथम श्रेणी क्रिकेट में पदार्पण का मौका मिलेगा।

पहली पारी पूरी नहीं होने पर दोनों टीम को एक-एक अंक दिया जाएगा।

मैच राजकोट, कटक, अहमदाबाद, चेन्नई, तिरुवनंतपुरम, दिल्ली, हरियाणा, गुवाहाटी और कोलकाता में खेले जाएंगे।

पहले दौर के मुकाबले दृ

कर्नाटक बनाम रेलवे, एलीट ग्रुप सी (चेन्नई), हैदराबाद बनाम चंडीगढ़, एलीट ग्रुप बी (भुवनेश्वर), बंगाल बनाम बड़ौदा, एलीट ग्रुप बी (कटक), केरल बनाम मेघालय, एलीट ग्रुप ए (राजकोट), गुजरात बनाम मध्य प्रदेश, एलीट ग्रुप ए (राजकोट), मणिपुर बनाम अरुणाचल प्रदेश, प्लेट (कोलकाता), जम्मू और कश्मीर बनाम पुडुचेरी, एलीट ग्रुप सी (चेन्नई), सौराष्ट्र बनाम मुंबई, एलीट ग्रुप डी (अहमदाबाद), ओडिशा बनाम गोवा, एलीट ग्रुप डी (अहमदाबाद), नगालैंड बनाम सिक्किम, प्लेट (कोलकाता), बिहार बनाम मिजोरम, प्लेट (कोलकाता), झारखंड बनाम छत्तीसगढ़, एलीट ग्रुप एच (गुवाहाटी), दिल्ली बनाम तमिलनाडु, एलीट ग्रुप एच (गुवाहाटी), महाराष्ट्र बनाम असम, एलीट ग्रुप जी (रोहतक), विदर्भ बनाम उत्तर प्रदेश, एलीट ग्रुप जी (गुरुग्राम), हरियाणा बनाम त्रिपुरा, एलीट ग्रुप एफ ( दिल्ली), पंजाब बनाम हिमाचल प्रदेश, एलीट ग्रुप एफ (दिल्ली), सेना बनाम उत्तराखंड, एलीट ग्रुप ई (तिरुवनंतपुरम), आंध्र बनाम राजस्थान, एलीट ग्रुप ई (तिरुवनंतपुरम)

 

 

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