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रिजर्व बैंक की द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा की मुख्य बातें

मुंबई, 08 अक्टूबर (ऐजेंसी/सक्षम भारत)। भारतीय रिजर्व बैंक की द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा के मुख्य पहलू इस प्रकार हैं।

01. रेपो दर लगातार आठवीं बार चार प्रतिशत पर कायम।

02. रिवर्स रेपो दर 3.35 प्रतिशत पर यथावत।

03. सीमांत स्थायी सुविधा और बैंक दर भी 4.25 प्रतिशत पर यथावत।

03. 2021-22 के लिए 9.5 प्रतिशत का वृद्धि दर का अनुमान कायम।

04. 2022-23 की पहली तिमाही में वास्तविक जीडीपी वृद्धि 17.2 प्रतिशत रहने का अनुमान।

05. खुदरा मुद्रास्फीति वित्त वर्ष के अंत तक 5.3 प्रतिशत रहने का अनुमान। पहले इसके 5.7 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया गया था।

06. आगे चलकर कई कारक खाद्य वस्तुओं की कीमतों के मोर्चे पर राहत देंगे।

07. रिजर्व बैंक ने कहा कि उसने मार्च, 2020 से महामारी से प्रभावित अर्थव्यवस्था को उबारने के लिए 100 से अधिक उपाय किए।

08. आर्थिक पुनरुद्धार की प्रक्रिया को समर्थन के लिए रिजर्व बैंक प्रणाली में पर्याप्त नकदी बनाए रखेगा।

09. आईएमपीएस के जरिये प्रति लेनदेन की सीमा को दो लाख रुपये से बढ़ाकर पांच लाख रुपये किया गया।

10. नियामकीय सैंडबॉक्स योजना के तहत वित्तीय धोखाधड़ी की रोकथाम पर एक और समूह पेश किया जाएगा।

11. गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों में आंतरिक लोकपाल प्रणाली शुरू होगी।

12. अगली मौद्रिक समीक्षा बैठक छह से आठ दिसंबर के बीच होगी।

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